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जॉर्जिया में फंसे सीए संकट के दौर में सकुशल जैसलमेर लौटे, परिवार ने मनाई खुशियां

ईरान और इजराइल के बीच छिड़े युद्ध के चलते जॉर्जिया में फंसे सीए भाविक भाटिया, उनकी पत्नी साक्षी अपने पुत्र के साथ सोमवार को सकुशल जैसलमेर पहुंच गए।

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ईरान और इजराइल के बीच छिड़े युद्ध के चलते जॉर्जिया में फंसे सीए भाविक भाटिया, उनकी पत्नी साक्षी अपने पुत्र के साथ सोमवार को सकुशल जैसलमेर पहुंच गए। घर पहुंचने पर परिवारजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और उन्होंने केसरिया उपरणा और माल्यार्पण से उनका स्वागत किया। भाविक के माता-पिता की आंखें भर आईं। गौरतलब है कि जॉर्जिया से लौटने के लिए विमान सेवा नहीं मिलने से वहां फंसे हुए सीए भाविक भाटिया व उनके पत्नी-पुत्र ने गत रविवार को इस्तांबुल से होते हुए दिल्ली के लिए फ्लाइट ली। वहां से विमान के जरिए सोमवार को जोधपुर पहुंचे और फिर सडक़ मार्ग से दोपहर करीब ढाई बजे जैसलमेर पहुुंच गए। उनकी सुरक्षित वापसी पर पिता सीए प्रमोद भाटिया व माता सुनीता और अन्य परिवार जनों ने राहत की सांस लेते हुए भगवान श्रीकृष्ण को बार-बार धन्यवाद दिया।

कॉन्फ्रेंस में भाग लेने गए थे

गौरतलब है कि प्रदेश के 61 जने जॉर्जिया में राजस्थान टैक्स कंसलटेंट की कॉन्फ्रेंस में भाग लेने गए थे। इस दौरान ईरान-इजराइल युद्ध छिड़ जाने के चलते अन्य लोगों के साथ जैसलमेर का यह परिवार भी जॉर्जिया के तिबलिसी शहर में फंस गया। उन्होंने बटूमी से कुवैत होते हुए दिल्ली के लिए हवाई यात्रा का टिकट किया था। तिबलिसी से बटूमी पहुंचने के बाद उन्हें कुवैत के लिए फ्लाइट नहीं मिली। जिसके चलते सीए भाविक व उनका परिवार बटूमी में ही रुक गया। भाविक भाटिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और पीएमओ सहित अन्य को ट्वीट कर उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकालने की गुहार लगाई। इस बीच जॉर्जिया में फंसने की जानकारी मिलने पर उनके परिवारजन चिंता में पड़ गए। भाविक के पिता प्रमोद भाटिया ने बताया कि बटूमी शहर से वे लोग तुर्किए के इस्तांबुल शहर आए। वहां से दिल्ली के लिए फ्लाइट की बुकिंग की और विमान के जरिए भारत की राजधानी पहुंच गए। गौरतलब है कि जॉर्जिया के तिबलिसी में आयोजित कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए 61 राजस्थानियों का ग्रुप गत 8 जून को जयपुर से रवाना हुआ था। सभी को 13 जून को भारत लौटना था।