बाबा रामदेव समाधि पर आयोजित भादवा मेले में इस बार श्रद्धालुओं को मोबाइल नेटवर्क की सबसे बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मेले के शुभारंभ से पहले ही नेटवर्क व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है।
बाबा रामदेव समाधि पर आयोजित भादवा मेले में इस बार श्रद्धालुओं को मोबाइल नेटवर्क की सबसे बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। मेले के शुभारंभ से पहले ही नेटवर्क व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है। लाखों की संख्या में देश भर से आए यात्रियों के कारण मोबाइल टावरों पर दबाव बढ़ा और स्थिति यह हो गई कि न तो कॉल लग रही है और न ही इंटरनेट काम कर रहा है।
लोग मोबाइल हाथ में लिए लगातार नेटवर्क पकडऩे की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कॉल बार-बार कट रही है। इंटरनेट की स्पीड इतनी कमजोर है कि सोशल मीडिया या डिजिटल लेनदेन तक संभव नहीं हो पा रहा। पिछले एक दशक में पहली बार मेला क्षेत्र की नेटवर्क व्यवस्था इस स्तर पर गिरी है, जबकि जिम्मेदारों ने इस समस्या पर अब तक कोई वैकल्पिक कदम नहीं उठाया है।
नेटवर्क ठप होने के कारण मेला क्षेत्र में अपनों से बिछड़े श्रद्धालु अब सूचना केंद्रों का सहारा ले रहे हैं। दर्जनों लोग अपनों की तलाश में यहां पहुंच रहे हैं। केंद्र पर लगातार घोषणाएं हो रही हैं और कई परिजनों को मिलवाया जा रहा है।
जयपुर से आए देवकिसन कहते हैं कि मेले में आते हैं तो सबसे पहले परिवार और दोस्तों से संपर्क जरूरी होता है। इस बार न कॉल होती है न नेट चलता है। नेटवर्क सही हो, ऐसी व्यवस्था जरूरी है।
भीलवाड़ा से आए सुरेशचंद्र का कहना है कि हर साल आते हैं, लेकिन इस बार नेटवर्क की वजह से परेशानी बहुत बढ़ गई। बच्चे भीड़ में बिछड़ जाते हैं तो चिंता और बढ़ जाती है।
नेटवर्क ठप होने का सबसे बड़ा असर डिजिटल लेनदेन पर पड़ा है। दुकानदारों और यात्रियों दोनों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है।खाने-पीने से लेकर होटल और कमरे तक का भुगतान डिजिटल माध्यम से नहीं हो पा रहा।
दुकानदार रमेशचंद्र शर्मा बताते हैं कि लोग यूपीआइ से भुगतान करना चाहते हैं, लेकिन नेटवर्क न होने से मशीन ही काम नहीं करती। कई बार ग्राहक के पास नकद नहीं होता, तब दोनों पक्षों को दिक्कत होती है।
-6 से ज्यादा लगे है मोबाइल टावर,
-पिछले दस साल में पहली बार ऐसी समस्या