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जैसलमेर

नवरात्र पक्ष में देशी पावणों का पगफेरा, जगी उम्मीद

-दिवाली और उसके बाद सीजन के जोर पकडऩे के आसार

जैसलमेरOct 27, 2020 / 09:03 am

Deepak Vyas

नवरात्र पक्ष में देशी पावणों का पगफेरा, जगी उम्मीद

नवरात्र पक्ष में देशी पावणों का पगफेरा, जगी उम्मीद

जैसलमेर. कोरोना की मार से आहत जैसलमेर का पर्यटन एक बार फिर खड़ा होने के लिए तैयार है। नवरात्र पक्ष के दौरान भले ही पूर्व के वर्षों जितने सैलानी नजर नहीं आए लेकिन उनकी आमद अवश्य हुई। इससे आगामी दिनों में दिवाली के मौके और उसके बाद क्रिसमस तथा नववर्ष का स्वागत करने के लिए हजारों सैलानियों के आगमन की उम्मीदें जोर पकड़ गई हैं। यही वजह है कि जैसलमेर से लेकर सम सेंड ड्यून्स तक के पर्यटन व्यवसायी पूरे जोश के साथ तैयारियों में जुट गए हैं।
पूछताछ के लिए कर रहे सम्पर्क
जैसलमेर के प्रतिष्ठित होटलों तथा रिसोट्र्स आदि के बुकिंग काउंटर्स पर बाहरी ट्रेवल एजेंसियों के साथ पर्यटन के लिए आने के इच्छुक लोगों द्वारा सम्पर्क किया जा रहा है। वे जैसलमेर में घूमने के स्थानों के साथ यहां कोविड.19 के हालात के संबंध में भी जानकारियां जुटा रहे हैं। उन्हें जब यह बताया जा रहा है कि जैसलमेर में कोरोना संक्रमण के मामले में राजस्थान के अंतिम पायदान वाले तीन.चार जिलों में शुमार है तो इसका सकारात्मक असर संभावित पर्यटकों पर पड़ रहा है। विगत महीनों के दौरान बुकिंग के लिए नहीं के बराबर ही पूछताछ हो रही थी, अब इसके शुरू होने से पर्यटन व्यवसायियों को उम्मीदें बंधी हैं।
धार्मिक पर्यटन ने दिया सहारा
पिछले दिनों नवरात्रि के दौरान जैसलमेर पहुंचे सैलानियों में अधिकांशत: रामदेवरा और तनोटराय देवी के दर्शनों के लिए पहुंचे लोग थे। इससे पर्यटन सीजन का आगाज हो गया। क्षेत्र से जुड़े लोगों का मानना है कि अब दिवाली से पहलेए पर्व के दौरान और उसके बाद स्वर्णनगरी के ऐतिहासिक स्थलों व सम-खुहड़ी के सर्पिलाकार धोरों का भ्रमण करने के लिए पर्यटक पहुंचेंगे। अगर ऐसा हुआ तो जैसलमेर पर्यटन को संजीवनी मिलना तय है। जैसलमेर के पर्यटन व्यवसायी रेल सेवाओं के पहले की भांति बहाल होने की जरूरत जता रहे हैं। गत मार्च के दूसरे पखवाड़े से जैसलमेर रेल सेवा से वंचित कर दिया गया है। हाल में साप्ताहिक मुम्बई ट्रेन शुरू हुई है। इसके साथ पूर्व की भांति दिल्ली, रानीखेत, हावड़ा, जोधपुर व बीकानेर की ट्रेनों का इंतजार अब भी कायम है। गत दिनों जिला कलक्टर आशीष मोदी ने भी पहल करते हुए रेलवे मंत्रालय को लम्बी दूरी की ट्रेनों से जैसलमेर को पुन: जल्द से जल्द जोडऩे का अनुरोध किया था।
50 प्रतिशत तक हो सकता है व्यवसाय
कोरोना के चलते जैसलमेर के पर्यटन व्यवसाय को करारा झटका लगा है। आने वाले दो महीनों में आशा जताई जा रही है कि देशी सैलानी बड़ी तादाद में जैसलमेर का रुख करेंगे। पिछले दिनों राजस्थान के माउंट आबू, कुंभलगढ़, उदयपुर आदि पर्यटन क्षेत्रों में सैलानी अच्छी संख्या में पहुंचे थे। ऐसे में जैसलमेर में कोरोना की वर्तमान में दिखाई देने वाली नियंत्रित स्थिति यहां के पर्यटन व्यवसाय को पिछले साल की तुलना में 50 प्रतिशत तक ले जाने में मददगार साबित हो सकती है।
पर्यटक नि:संकोच आएं
जैसलमेर भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों को कोरोना महामारी से कतई चिंतित होने की जरूरत नहीं है। यहां स्थितियां पूरी तरह से अनुकूल है। होटलों व रिसोट्र्स आदि में कोविड.19 की गाइडलाइन की सख्ती से पालना की जा रही है।
-कैलाश व्यास, अध्यक्ष, सम कैम्प्स एंड रिसोट्र्स सोसायटी, जैसलमेर
दिन फिरने की उम्मीद
हमें पूरी उम्मीद है कि जैसलमेर में पर्यटन व्यवसाय दिवाली और खासकर उसके बाद के बचे हुए साल में पहले की भांति गति पकड़ सकता है। इसके लिए जल्द से जल्द रेल सेवाओं को बहाल किया जाना चाहिए।
-मयंक भाटिया, होटल व्यवसायी, जैसलमेर
गुजराती पर्यटकों से उम्मीद
दीपावली के मौके पर गुजराती पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है। कोरोना को लेकर अब स्थिति पहले से सुधरी है। उम्मीद पूरी है कि गुजराती पर्यटकों का यहां हुजूम उमड़ेगा और पर्यटन उद्योग को गति मिलेगी।
-मेघराज परिहार, पर्यटन व्यवसायी, जैसलमेर
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