पढ़ना लिखना अभियान की ब्लाॅक और पंचायत स्तर पर विशेष मोनिटरिंग हो
– असाक्षर को साक्षर करेंगे अधिकारी
पढ़ना लिखना अभियान की ब्लाॅक और पंचायत स्तर पर विशेष मोनिटरिंग हो
जैसलमेर। पढ़ना-लिखना कार्यक्रम के तहत पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी व ब्लाॅक मुख्य शिक्षा अधिकारी के निर्देशन में कार्यक्रम तथा पठन-पाठन गतिविधियों का संचालन किया जाएगा। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला साक्षरता अधिकारी दलपत सिंह सौलंकी ने समस्त मुख्य ब्लाॅक प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने ब्लाॅक क्षेत्र के पीईईओ एवं सीबीईओ द्वारा साक्षरता कार्यक्रम के तहत संचालित पढ़ना-लिखना अभियान की प्रगति की मोनिटरिंग करें।
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर किये जाने वाले कार्यों की समन्वय व्यवस्था के लिए प्रभारी शिक्षक की नियुक्ति की जाएगी वहीं नवीन परिसीमन अनुसार गठित ग्राम पंचायतों में असाक्षरों का चिह्निकरण करते हुए उनके अध्यापन कार्य के लिए स्वयंसेवी शिक्षक का चयन संबंधित पीईईओ के माध्यम से किया जाएगा। शिक्षण कार्य के लिए जरूरी पठन पाठन सामग्री निदेशालय साक्षरता विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। निदेशालय के निर्देशानुसार ‘एक पढ़ाए एक को’ की अवधारणा पर जिले के शिक्षा अधिकारी अपने क्षेत्र से एक-एक असाक्षर को चिह्नित करते हुए साक्षर कर आगामी बुनियादी साक्षरता परीक्षा में सम्मलित किया जाएगा।
अभियान के तहत जिले के सात ब्लाॅको में विगत जनगणना अनुसार 40 प्रतिशत से न्यून महिला साक्षरता दर वाली ग्राम पंचायतांे में लगने वाली विशेष महिला असाक्षर कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। इसके तहत नवगठित ब्लाॅक अनुसार ग्राम पंचायतों के रूप में ग्राम पंचायत बरमसर, खींवसर, पांचे का तला, कुछड़ी, तेजमालता, माधुपुरा तथा जालोड़ा पोकरणा का चिह्निकरण किया गया है। इन पंचायतों में संबंधित पीईईओ की ओर से महिला असाक्षरों व महिला स्वयंसेवक का विशेष कक्षा के रूप में चिन्हिकरण किया जाएगा।