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दरबार मूव की परंपरा के तहत श्रीनगर में 25 अक्टूबर को दरबार मूव से जुड़े कार्यालय बंद हो गए थे। श्रीनगर से 3 हजार से अधिकर कर्मचारी शनिवार तक जम्मू पहुंच गए। कई कर्मचारियों का रविवार देर शाम तक जम्मू पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। जम्मू के कर्मचारी पहले से ही यहां हैं।
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जम्मू में दरबार सजने से पहले जम्मू-कश्मीर के पहले उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू शनिवार को यहां पहुंच गए। मुर्मू को जम्मू स्थित नागरिक सचिवालय में सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। दरबार शुरू होने से पहले सचिवालय तथा आसपास के इलाकों में सुरक्षा और भी कड़ी कर दी गई।
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दरबार मूव को लेकर जम्मू में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नागरिक सचिवालय, राजभवन और अन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ाई गई है। सरकारी कर्मचारी के निवास स्थान के आसपास भी सुरक्षा तगड़ी है। सीसीटीवी कैमरे भी चालू किए गए है। बॉर्डर तथा जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। इसके साथ ही दरबार खुलने के पहले दिन होने वाले विरोध प्रदर्शनों से निपटने की भी व्यवस्था की गई है।