जमुई। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों को आवास मुहैया कराने के लिए महात्वाकांक्षी इंदिरा आवास योजना में घोर भ्रष्टाचार सामने आ रहा है। जिले में नाजायज लाभ पहुंचाने के लिए कहीं एक-एक व्यक्ति की तीन-तीन बीवियां बनाई गई तो कहीं पति-पत्नी को भी अलग-अलग लाभ पहुंचाया गया। इतना ही नहीं कई पक्का मकान वालों को भी इंदिरा आवास योजना का लाभ दिलाया गया।
गरीबों का हकमारकर अमीरों को दिया गया। जनकल्याणकारी योजनाओं को अंजाम तक पहुंचाने की जिम्मेवारी जिसे दी गई उसी ने जमकर गरीबों की हकमारी की। ऐसे में ‘प्रधानमंत्री का सपना 2022 तक हर गरीब का घर हो अपना’ कैसे सफल हो पाएगा?
जिले के सिकन्दरा प्रखंड क्षेत्र में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें एक-एक व्यक्ति को तीन-तीन बार अलग-अलग पत्नी के
नाम से इंदिरा आवास योजना का लाभ दिया गया। ऐसे मामलों की लंबी फेहरिश्त है।
इनका कहना है….
इंदिरा आवास योजना में लाभार्थियों की सूची में अनियमितता की एक बानगी दिखी है, मामले की जांच कर दोषी व्यक्ति के
विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
सतीश कुमार शर्मा, उपविकास आयुक्त, जमुई।