मुंगेर में सबसे अधिक संक्रमण
कोरोना पॉजिटिव युवक हाल ही बाहर से लौटकर यहां आया था। जिले में अभी तक संक्रमण से बचाव के दुरुस्त व्यवस्था की गई है। जबकि पड़ोसी जिला मुंगेर संक्रमितों की संख्या के लिहाज से नंबर एक पायदान पर हैं। यहां कुल116 पॉजिटिव मामले अभी तक सामने आए हैं। कतर से आए मो सैफ ही कोरोना से सूबे में हुई मौतों की शृंखला में पहले नंबर पर है। उसने संक्रमण की चेन को बढ़ाया। फिर तबलीगी जमातियों ने इसे व्यापक बना डाला।
पटना में भी बढ़ रहे मामले,गृह विभाग का दफ्तर सील
मुंगेर के बाद राजधानी पटना संक्रमण के मामले में दूसरे नंबर पर है। यहां संक्रमितों की संख्या सौ के करीब आ चुकी है। बिहार मिलिट्री पुलिस कैंप ऑफिस में कोरोना संक्रमितों की पहचान के बाद उसे पहले ही सील किया जा चुका है। संक्रमण की चेन सचिवालय तक जा पहुंची। एक संक्रमित के पाए जाने के बाद गृह विभाग का सचिवालय स्थित कार्यालय बुधवार को अगले तीन दिनों के लिए सील कर दिया गया। संक्रमितों के पाए जाने का सिलसिला पटना के ग्रामीण क्षेत्रों बाढ़, पालीगंज, बेलछी, बख्तियारपुर में भी बना हुआ है।
लौट रहे श्रमिकों की जांच की व्यवस्था नहीं
बिहार में हजारों की संख्या में हर दिन हो रही अप्रवासियों की वापसी से कोरोना की नई चेन बन चुकी है। हर दिनों बड़ी संख्या में श्रमिक और दूसरे लोग स्पेशल श्रमिक ट्रेनों और दूसरे साधनों से बिहार लौट रहे हैं। इनमें पैदल आने वाले भी काफी हैं। बिहार वापसी करने वाले श्रमिक व दूसरे लोगों के स्वास्थ्य की जांच के इंतजाम पर्याप्त नहीं हैं। इनकी वापसी से बिहार में कोरोना पर काबू पाने के सारे प्रयासों पर पानी फिर गया है। यह अब नए सिरे से सरकार के लिए चुनौती बन गया है। यही वजह है कि बिहार के सभी जिले अब कोरोना की गिरफ्त में आ चुके हैं।