कर वसूली में नगरपालिका जांजगीर नैला फिसड्डी होते जा रही है। 45 हजार आबादी वाले पालिका के लोग शहरी सुविधा का उपभोग कर रहे हैं, लेकिन विभिन्न तरह का कर पटाने कोताही बरत रहे हैं। ऐसे में नगर विकास थमते दिखाई दे रहा है। नगरपालिका को इस वित्तीय वर्ष में संपत्ति कर, समेकित कर, जल कर सहित अन्य करों से साढ़े तीन करोड़ वसूली का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें ८ माह में केवल एक करोड़ 6 हजार रुपए की वसूली हो पाई है।
शिक्षाकर्मियों ने शुरू किया क्रमिक भूख हड़ताल शहर के लोग पालिका को कर पटाने में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इससे पालिका की माली हालत खराब होते जा रही है। शहर में जो विकास होना चाहिए वह नहीं हो पा रहा। पालिका के जिम्मेदार व्यवस्था बनाने जद्दोजहद कर रहे हैं, लेकिन इससे पहले के अधिकारी पालिका की राशि में बंदरबाट कर चलते बने इससे हालत बिगड़ गई है।
यह हो रहा असर
पालिका में नियमित कर नहीं पटने से विकास कार्य का बंटाधार है। वहीं पालिका के कर्मचारियों को नियमित वेतन नहीं मिल पा रहा। इन दिनों कर्मचारियों पिछले दो माह से वेतन नहीं मिल पाया है। कर्मचारियों के दिन फांके में गुजर रहे हैं। कई कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने से उनके बाल बच्चों की स्कूल की फीस नहीं पट पा रही है।
घर -घर दस्तक देंगे कर्मचारी- कर वसूली के लिए नगरपालिका के कर्मचारी घर -घर वसूली करने निकलेंगे। बड़े बकायादारों की लिस्ट तैयार की जा रही है। ऐसे लोगों के घर पालिका पहले दबिश देगी। ताकि पालिका को कुछ राहत मिल सके। वहीं शहर के कोने कोने में निवासरत लोगों का कर वसूलने बहुत जल्द निकलने वाली है। इसके अलावा एक वेन केवल हर गली मोहल्ले में मुनादी करने का काम कर रही है।
-नगरपालिका में कर वसूली की स्थिति खराब है। तकरीबन ढाई करोड़ का कर बकाया है। इसकी वसूली कड़ाई से की जाएगी। ताकि पालिका की माली हालत मजबूत हो सके- दिनेश कोसरिया, सीएमओ नपा जांजगीर नैला