प्रक्रिया एकदम आसान, बढिय़ां सुविधा फिर से उपयोग नहीं कर रहे यात्री
बता दें, यूटीएस रेलवे का मोाबाइल एप्लीकेशन है जिसे आसानी से स्मार्टफोन में डाउनलोड किया जा सकता है। इसके जरिए काउंटर में लाइन लगाए बिना ही रेलवे स्टेशन के 20 किलो के दायरे के अंदर कहीं से भी बैठे-बैठे जनरल टिकट बनाया जा सकता है। प्रक्रिया भी एक सरल बनाई गई है ताकि कोई भी आसानी से उपयोग कर सके। इसे 2 साल पहले लागू किया गया। पहले इसका दायरा 5 किमी था जिसे अब 20 किमी कर दिया है। मगर इसके बाद भी रेलवे स्टेशन में टिकट काउंटर में भीड़ जस की तस वाली स्थिति है। इसको लेकर देखते हाल ही में रेलवे ने सभी स्टेशन मास्टरों को निर्देश जारी किया गया है कि यात्रियों को जनरल टिकट देने के बजाए यूटीएस के जरिए टिकट बनाने जोर दे। यहां तक यात्री अगर खुद से नहीं बना पा रहे हैं तो पहली बार कर्मचारी ही उन्हें उनके मोबाइल पर टिकट बनाना सिखाएं।
रेलवे स्टेशन परिसर में आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन भी लगाई गई है। यहां से भी यात्री जनरल टिकट बनवा सकते हैं। जांजगीर-नैला रेलवे स्टेशन में भी यह मशीन लगी है। इस मशीन को भी शुरु कर दिया है। ओटीएस के अलावा इस मशीन से भी टिकट लेने पर यात्रियों को जोर दिया जा रहा है। मशीन के पाए एक कर्मचारी मौजूद रहेगा तो यात्रियों को टिकट बनाकर देगा।
-यूटीएस का उपयोग ज्यादा से ज्यादा कराना है। इसके लिए टिकट काउंटर में यात्रियों को इसका उपयोग करने कहा जा रहा है। कर्मचारियों के द्वारा पहली बार यूटीएस का इस्तेमाल करने यात्रियों का सहयोग भी कर रहे हैं। इसके अलावा आटोमेटिक वेंडिंग मशीनें भी यहां लगी है।
विद्या विनय कुमार, मुख्य स्टेशन मास्टर