RSS chief Mohan Bhagwat Chhattisgarh visit: मोहन भागवत 14 नवंबर को जशपुर और 15 नवंबर को अंबिकापुर में होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होंगे। सबसे पहले 14 नवंबर को भागवत जशपुर में भाजपा नेता दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके बाद 15 नवंबर को अंबिकापुर में संघ के बड़े कार्यक्रम में शामिल होंगे।
RSS chief Mohan Bhagwat Chhattisgarh visit: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघ संचालक मोहन भागवत आज रविवार को जशपुर पहुंच गए हैं । भागवत 14 नवम्बर को जशपुर में जनजातिय गौरव दिवस के अवसर पर होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और पूर्व केन्द्रीय मंत्री और आरएसएस के ऑपरेशन घर वापसी के महानायक स्व. दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा के अनावरण समारोह में शामिल होने के लिए दो दिवसीय प्रवास में जशपुर पहुंच रहे हैं। जशपुर राज परिवार से भी भेंट करेंगे। दो दिवसीय प्रवास के दौरान राजनीतिक दृष्टिकोण से भी इनका दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, मोहन भागवत शाम को आश्रम में होने वाले शाखा प्रार्थना में शामिल होंगे। यहां रात्रि विश्राम वनवासी कल्याण आश्रम के मुख्यालय में करने के बाद 14 नवंबर की सुबह आश्रम के नित्य प्रार्थना सभा और शाखा में शामिल होंगे। 14 नवम्बर को सुबह वे दिवंगत दिलीप सिंह जूदेव के स्वजनों से मुलाकात करने जशपुर के बांकीटोली स्थित राज परिवार के आवास विजय विहार पैलेस पहुंचेंगे। बताया जा रहा है कि यह मुलाकात पूरी तरह से व्यक्तिगत है, इस दौरान विजय विहार में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा, सिर्फ जशपुर राजपरिवार के लोग ही यहां शामिल रहेंगे।
मोहन भागवत जिला मुख्यालय जशपुर में सोमवार 14 नवम्बर की दोपहर बिरसामुंडा जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित जनजातिय गौरव दिवस के अवसर पर दोपहर 12 बजे बिरसामुंडा चौक में लगे प्रतिमा पर माल्यार्पण व शोभायात्रा कार्यक्रम में शामिल होंगे जिसके उपरांत दोपहर 2 बजे स्व. दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा का अनावरण उनके कर कमलों से किया जाएगा। तत्पश्चात 2:30 बजे मोहन भागवत जशपुर के रणजीता स्टेडियम में आयोजित सभा को संबोधित करेंगे। जिसके उपरांत मोहन भागवत कल्याण आश्रम पहुंचेंगे और यहां रात्रि विश्राम उपरांत 15 नवंबर की सुबह जशपुर से अंबिकापुर के लिए प्रस्थान करेंगे। जहां संघ के बड़े कार्यक्रम में शामिल होंगे।
ज्ञात हो संघ प्रमुख मोहन भागवत 2 महीने पहले करीब सप्ताह भर रायपुर में ही रहकर संघ से जुड़े संगठनों की अहम बैठक की थी। इस बार जनजाति समाज के लोगों को संघ प्रमुख संबोधित करेंगे। इसके बाद अगले दिन अंबिकापुर के कार्यक्रम में संघ के स्वयं सेवकों का एकत्रीकरण का कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में भाजपा से जुड़े वरिष्ठ नेताओं के भी शामिल होने की खबर है। इसी दिन देश में जनजातीय गौरव दिवस भी मनाया जाएगा।
अंबिकापुर में भागवत 15 नवंबर को रहेंगे। पिछले साल केंद्र की मोदी सरकार ने प्रतिष्ठित आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और नेता बिरसा मुंडा की जयंती पर आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के एक भाग के रूप में 15 नवंबर को 'जनजातीय गौरव दिवस' के समारोह के रूप में मनाने की स्वीकृति दी थी। संघ हमेशा से आदिवासी इलाकों में धर्म, संस्कृति और सेवा के कामों को लेकर एक्टिव रहा है। इस दिन छत्तीसगढ़ जैसे आदिवासी इलाके में रहकर संघ का बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाना अहम है। इस दिन मंच से संघ प्रमुख देश के आदिवासियों के नाम अपना संदेश दे सकते हैं।