read also : बदमाशों ने पिकअप चालक का अपहरण कर बंदूक के जोर पर 90 हजार लूटे सूत्रों ने बताया कि शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम (बीएसटीसी) में स्काउट कोर्स जरूरी है। इसके बाद प्रमाण पत्र बीकानेर जाते हैं तब डिग्री मिलती है। इसके लिए 7 दिवसीय प्रशिक्षण अनिवार्य है। लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा ऐसे कोर्स की मॉनिटरिंग नहीं होने से विद्यार्थियों का शोषण किया जा रहा है। इस ओर उच्चाधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है। शिविर में सभी स्काउट गाइड को ड्रेस में आना होता है, लेकिन यहां कोई ड्रेस नहीं दी गई है। छात्र कॉलेज की तरह ही आते हैं और चले जाते हैं। जबकि ये शिविर आवासीय है। जिसमें दोनों समय का भोजन सहित नाश्ता देना होता है। ऐसा नहीं होने से जिले के मनोहरथाना, भवानीमंडी, डग, बकानी से आने वाले विद्यार्थियों को भूखे ही वापस गांव जाना पड़ता है।
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शिकायत आई थी, जांच के लिए अधिकारी को भेजा था, लेकिन मौके पर बच्चे नहीं मिले। एक मार्च को फिर बच्चे आएंगे तो पूछताछ करेंगे। नियमानुसार शुल्क नहीं लेने पर कार्रवाई करेंगे। कार्रवाई के लिए आगे प्रस्ताव भेजेंगे।
पुरूषोत्तम माहेश्वरी, डीईओ, झालावाड़
शिकायत आई थी, जांच के लिए अधिकारी को भेजा था, लेकिन मौके पर बच्चे नहीं मिले। एक मार्च को फिर बच्चे आएंगे तो पूछताछ करेंगे। नियमानुसार शुल्क नहीं लेने पर कार्रवाई करेंगे। कार्रवाई के लिए आगे प्रस्ताव भेजेंगे।
पुरूषोत्तम माहेश्वरी, डीईओ, झालावाड़
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बाबूलाल, प्रिन्सीपल, निर्मल मॉन्टेसरी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान मुंडेरी
बाबूलाल, प्रिन्सीपल, निर्मल मॉन्टेसरी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान मुंडेरी