उठ रहे हैसवाल है-
सरकार गरीब के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना सहित कई तरह की योजनाएं चला रही है लेकिन झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र की पंचायत समिति सुनेल की ओडीएफ आदर्श ग्राम पंचायत चछलाव के गंाव काल्याखेड़ी में अनुसूचित जनजाति के भील समाज के लोग इन योजनाओं से वंचित है। यह लोग आर्थिक रूप से पिछड़े होने के कारण इन परिवारों के लिए संचालित योजनाएं कागजों में ही दबकर सिमटती जा रही है। ऐसे में इन परिवारों की उम्मीदों पर पानी फिरता जा रहा है। जानकारी के अनुसार सरकार की ओर से संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य योजनाओं की जानकारी होने के बाद भी यह गंाव आजादी के 70 साल बाद भी विकास की पटरी की रफ्तार नहीं पकड़ पाया।
वर्ष 2011 में सर्वे सूची में इन लोगों के प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम थे लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण सर्वे सूची गुम गई जिसके कारण इस गंाव के गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नही मिल पा रहा है। इस गंाव 6 0 परिवारों के पास कच्ची झौपडिय़ा है जिन पर तिरपाल पड़े हुए हैं। ग्रामीण रमेश चंद भील, सुरेश, कालूलाल भील आदि ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए कई बार आवेदन कर पंचायत समिति, विकास अधिकारी, प्रधान के समक्ष गुहार भी लगाई है लेकिन किसी ने भी अभी तक ध्यान नही दिया है।
गांव में नहीं पहुंचा कोई अधिकारी-
सरकारी कागजों में आदेश जरूर है कि अधिकारी को गंावों में रात्रि विश्राम करना होगा लेकिन जमीनी हकीकत हैै यहां पर जिला कलक्टर, उपखंड अधिकारी, नायब तहसीलदार, तहसीलदार, विकास अधिकारी सहित कोई भी प्रशासनिक अधिकारी इस गंाव की चौखट तक 70 साल से नही आया है।
सुनेल पंचायत समिति के विकास अधिकारी महेश कुमार चौधरी का कहना है कि 2011 की सर्वे सूची ऑनलाइन है जो भी ग्रामीण अपना नाम सूची में देखना चाहता है वो पंचायत समिति में आकर देख सकता है। ग्राम पंचायत चछलाव के सरपंच भगवानसिंह धाकड़ ने बताया कि एक भी परिवार को आवास योजना का लाभ नही मिला है। इनके लिए कई बार जिला कलक्टर, उपखंड अधिकारी, विकास अधिकारी को भी अवगत करवा दिया गया है लेकिन इन लोगों के नाम योजना में नही लिया गया है। यहां के लोग कच्ची झोपडिय़ों में रह रहेे हैं।