मामले की जानकारी देते हुए पुरातत्व अधिकारी ने बताया कि यह चित्र मुगलकालीन है। उस दौरान यह तीर्थ स्थान रहा होगा। बरसात के बाद दोबारा सर्वे कराया जाएगा। आसपास का क्षेत्र भी देखा जाएगा। पुरातत्व अधिकारी एसके दूबे का कहना है कि चट्टानों में जो चित्र मिले हैं वह मुगलकालीन लग रहे हैं। पुरुषों ने पायजामा पहन रखा है। उनसे मुगल काल का पता चलता है। जहां यह चित्र मिले हैं वह पहाड़ी मनोरम है। अवैध खनन से इस पहाड़ी के पानी के श्रोत को कम किया जा रहा है। ग्राम सभा चाहे तो इस स्थान को दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित कर सकती है। बरसात के बाद यहां विस्तृत सर्वे कराया जाएगा।
महानगर से 14 किलोमीटर दूर है यह गांव
पुनावली कला गांव महानगर से 14 किलोमीटर दूर स्थित है। जिस पहाड़ी पर यह चित्र पाए गए हैं वह गांव से 2 किलोमीटर पीछे अंबावाय रजवाहा नहर से सटी पहाड़ी है। इन चट्टानों पर भगवान राम, लक्ष्मण, हनुमान व शिवलिंग उकेरा गया है। इन चट्टानों पर भगवान राम और लक्ष्मण युद्ध की मुद्रा में दिखाए गए हैं।