अहलावत ने कहा कि जो लोग इस इंतजार में थे कि वह भाजपा छोड़कर किसी दूसरी जगह जा रही हैं, वे घी के दिए अभी न जलाएं और अच्छे दिन आने का इंतजार करें। उन्होंने कहा कि वह रिकॉर्ड मतों से जीतीं थी और उनका प्रदर्शन भी अच्छा था।
बिना किसी विरोध के बावजूद उनका टिकट काटा गया। यह सवाल उनके मन में ही नहीं, बल्कि हर उस भाजपा कार्यकर्ता के मन में है, जो मेरे कार्य से खुश था और वो चाहता था कि देश में फिर से नरेंद्र मोदी के हाथ में कमान हो और झुंझुनूं का प्रतिनिधित्व संतोष अहलावत करें।
संतोष अहलावत ने कहा कि मेरा वक्त खराब है, जब अच्छे दिन नहीं रहे तो यह भी चले जाएंगे। निर्दलीय या किसी अन्य पार्टी से चुनाव लड़ने के सवाल पर अहलावत ने साफ जवाब नहीं दिया। वहां मौजूद अनेक कार्यकर्ताओं ने उन्हें कहा कि वे चाहें तो चुनाव लड़ें, वे उनके साथ हैं।
झुंझुनूं से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार नरेंद्र कुमार के समर्थन में प्रचार करेंगी? इस सवाल पर अहलावत ने कहा कि अभी प्रचार शुरू कहां हुआ है, फिर नेतृत्व जो चाहेगा वह करूंगी। उन्होंने कहा कि उनका टिकट कटने से कार्यकर्ता एवं समर्थक आहत हैं, लेकिन कोई भी नेता और पदाधिकारी न तो इस्तीफा देगा और न ही पार्टी छोड़ कर जाएगा।