जोधपुर मिलिट्री स्टेशन की ओर से मंगलवार को 96 व्यक्तियों के स्वाब के नमूने कोरोना जांच के लिए डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज भेजे गए, जिसमें से 7 में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। जैसलमेर से 84 भारतीयों के नमूने जांच के लिए आए। इसमें से 3 पॉजिटिव मिले। दोनों मिलाकर 163 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव मिली। दो दिन में मिलाकर जोधपुर मिलिट्री स्टेशन से 8 व्यक्ति और जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन से 9 व्यक्तियों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
कोरोना का संक्रमण फैलने पर ईरान में सभी फ्लाइट्स बंद कर दी गई थी तब भारत सरकार वहां फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट करके जैसलमेर और जोधपुर मिलिट्री स्टेशन में बनाए गए क्वारेंटाइन कैंप में लेकर आई। दोनों स्टेशनों पर अभी तक 1036 भारतीय आइसोलेशन में है। जोधपुर में 552 और जैसलमेर में 484 है। जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन में 15 मार्च, 16 मार्च और 18 मार्च यानी तीन बैच में भारतीय लाए गए। इसके बाद जोधपुर मिलिट्री स्टेशन में 25 मार्च और 29 मार्च के दो बैच में भारतीय लाए गए।
जैसलमेर व जोधपुर आर्मी के वेलनेस सेंटर में पॉजिटिव निकले भारतीयों को एम्स जोधपुर व डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज संबद्ध एमडीएम अस्पताल में भर्ती करने को लेकर मंगलवार को पूरे दिन प्रशासन में वार्ताएं चलती रही। जानकारी अनुसार एम्स व डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन के मध्य मरीज अपने यहां नहीं शिफ्ट करने को लेकर आनाकानी भी हुई। इसके बाद तय हुआ कि केन्द्र या आर्मी सेंटर से आने वाले रोगियों को एम्स ही भर्ती करेगा। वहीं जोधपुर के मरीज एमडीएम या कॉलेज संबद्ध अस्पताल में भर्ती होंगे। हालांकि निर्णय ये भी हुआ कि आवश्यकता अनुसार दोनों अस्पताल जरूरत पड़ी तो सभी तरह के मरीज भर्ती करेंगे।