कार्तिक पूर्णिमा को जैन मंदिरों व उपासरों में चातुर्मास विराजित जैन-साधु-साध्वीवृंद के सान्निध्य में चैत्य वंदन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जोधपुर में चातुर्मास विराजित जैन साधु, संत और साध्वीवृंद चातुर्मास पूर्ण होने पर गाजे-बाजों के साथ चातुर्मास स्थल परिवर्तन करेंगे।
शहर के निकटवर्ती ग्राम मोकलावास के पास पौराणिक महत्व के तीर्थ स्थल अरना-झरना में कार्तिक पूर्णिमा को मेले का आयोजन होगा। कार्तिक पूर्णिमा को अरणा तीर्थ के जलकुंड में स्नान के बाद शिव पूजन से समस्त पापों से मुक्त होने की लोकमान्यता के चलते जोधपुर संभाग के जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं।