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रोडवेज कर्मियों की दबंगई : पहले मारी टक्कर, पीछा किया तो डिपो में तोड़ी वैन यह है कारण लम्बी दूरी वाले मार्गों पर कई बार तो होटल या ढाबे एेसे होते हैं जहां आस-पास कोई अन्य होटल नहीं होने से यात्रियों को मनमर्जी से रुपए देने पड़ते हैं। इसके अलावा कई बार सवारियां उठाने व जल्दबाजी के चक्कर में चालक तय स्टैंड पर भी बसों को नहीं रोकते हैं। जिससे निगम को हानि होती है।
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रोडवेज बस में सफर करने वालों के लिए राहत भरी खबर एक माह तीन आदेश रोडवेज मुख्यालय की ओर से घाटा पाटने की कवायद के लिए पिछले एक माह में तीन आदेश आए हैं। इन आदेशों ने डिपो के कर्मचारियों की नींद उड़ा दी है। चालक व परिचालकों ने बताया कि मुख्यालय ने कुछ दिन पहले रोडवेज बस मे ंसाफ-सफाई के लिए स्टाफ को दोषी माना है। साथ ही पद के विपरीत काम करने वाले चालकों को रूट पर ही चलने के आदेश दिया था। इसके अलावा रोजाना स्टाफ को सुबह पौने दस बजे और शाम पौने छह बजे व्हाट्सअप से हाजिरी मुख्यालय में देने के आदेश दिए हैं। इससे कई लोग तो अवकाश लेकर चले गए हैं जिससे उन्हें ड्यूटी नहीं करनी पडे़।
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RAJASTHAN : यहां चली ट्रेन, अब लें इस रूट पर सफर का मजा समय- समय पर होगी जांच रोडवेज की बसों को चालक व परिचालक केवल उन्हीं ढाबों या होटलों पर रोकते हैं जहां उन्हें फ्री में खाना मिलता है। अधिकारियों की लम्बे समय से शिकायत मिल रही थी कि चालकों की इस प्रवृत्ति के कारण यात्रियों को ज्यादा रुपए देकर भी गुणवत्ताहीन सामग्री मिलती है। एेसे में निगम ने इन अनुबंधित ढाबो की समय- समय पर खाद्य निरीक्षक से जांच की जाएगी। इसके अलावा मुख्यालय की टीम इन होटलों पर दरों की सूची की मॉनीटरिंग करेंगे।
मुख्यालय ने यह आदेश दिया है इसकी पालना के लिए सभी डिपो में लम्बी दूरी के चालक व परिचालकों को पाबंद कर दिया गया है। मुख्यालय के आदेश की पालना नहीं करने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश हैं।
रवि सोनी, मुख्य प्रबंधक, रा.रा.प.प.नि.लि.