मारवाड़ मथानिया की मिर्च विश्व स्तर पर पहचान बना चुकी है। अपने सुर्ख लाल रंग, स्वाद व गुणवत्ता की वजह से मारवाड़ में पैदा होने वाली मिर्ची की खास मांग रहती है। जोधपुर जिले में मथानिया वैरायटी की मिर्च जिले के पीपाड़, सोयला, मंडोर क्षेत्र में पैदा होती है।
देश में मैथी उत्पादन की दृष्टि से राजस्थान का प्रथम स्थान है। यहां की पान मैथी विश्व स्तर पर अपनी पहचान कायम कर चुकी है। निर्यात में भी मैथी की भरपूर मांग रहती है। नागौर पान मैथी का प्रमुख उत्पादक क्षेत्र है। नागौरी मैथी की खुशबू, रंग व स्वाद अनोखा है।
बगरू हैंड ब्लॉक प्रिंट, ब्ल्यू पॉटरी जयपुर, ब्ल्यू पॉटरी जयपुर (रेनवाल), कठपुतली, कठपुतली (लोगो), कोटा डोरिया, कोटा डोरिया (लोगो), मोलेला क्ले वर्क, सांगानेरी हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग, थेवा आर्ट वर्क, मोलेला क्ले वर्क (लोगो), फुलकारी, पोकरण पॉटरी, बीकानेरी भुजिया, मकराना मार्बल, सोजत मेहंदी, पिछवाई कला नाथद्वारा, जोधपुरी बंधेज जोधपुर, कोफ्तगिरी उदयपुर, उस्ता कला बीकानेर व कशीदाकारी क्राफ्ट बीकानेर।
किसी वस्तु या उत्पाद की किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में हुई उत्पत्ति तथा उससे जुड़े गुणों को सूचित करने के लिए जीआई टैग दिया जाता है। यह उसी उत्पाद को दिया जाता है, जो विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में 10 वर्ष या इससे ज्यादा समय से निर्मित या उत्पादित किया जा रहा हो। जीआई टैग मिलने के बाद कोई भी अन्य निर्माता समान उत्पादों को बाजार में लाने के लिए नाम का दुरुपयोग नहीं कर सकता है। भारत में यह 15 सितंबर 2003 से लागू है।
– श्रीशैल कुल्लोली, असिस्टेंट डायरेक्टर, स्पाइस बोर्ड, जोधपुर
– प्रो बीआर चौधरी, कुलपति, कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर