सर्दी के सीजन में एक्यूआई 100 से 200 के मध्य ही रहा था। नवम्बर महीने में पंजाब-हरियाणा से पराली का धुआं राजस्थान में घुसने से जरूर कई जगह एक्यूआई 300 व उससे पार निकल गया। दिसम्बर में भी हवा बहती रही। कुछ दिन हवा बंद रहने से जरूर एक्यूआई में उछाल आया था।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से वायु की गुणवत्ता के लिए छह प्रदूषक का मापन करता है। इसमें हवा के महीन कण यानी पार्टिकुलर मैटर पीएम 10, पीएम 2.5, कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और ओजोन शामिल है।
जोधपुर में पीएम 10 और पीएम 2.5 कणों का ही प्रदूषण होता है। पीएम कणों में धूल कण, कार्बन कण, जल वाष्प, गाड़ियों से निकलने वाले अपशिष्ट के बारीक कण व कुछ गैसें शामिल है। कण 2.5 से 10 माइक्रोन तक छोटे होते हैं, जो अस्थमा, सीओपीडी जैसे रोग पैदा कर देते हैं।
एक्यूआई 0 से 50 अच्छा, 51 से 100 संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 बहुत खराब, 401 से 500 अलार्मिंग स्थिति मानी जाती है। एक्यूआई का मापन माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर में होता है।
तारीख- जनवरी- फरवरी- मार्च- अप्रेल
1- 156- 106- 140- 137
5- 132- 80- 106- 148
10- 174- 97- 125- 142
15- 127- 134- 107- 112
20- 156- 128- 106
25- 148- 98- 122