पुत्री का फोन आने पर 9 अगस्त को माता-पिता हॉस्टल पहुचें। वहां शिल्पी ने बेटी को भूत-प्रेत लगने की बात कहते हुए तत्काल इलाज करवाने को कहा। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि उसने इस बारे में आसाराम को बता दिया है। आसाराम ही इस बीमारी का इलाज कर सकता है। इस पर, माता-पिता छात्रा को पहले दिल्ली ले गए। वहां आसाराम के नहीं मिलने पर उन्होंने शिवा से बात की। शिवा ने बताया कि आसाराम जोधपुर मणाई स्थित आश्रम में है। माता-पिता भी छात्रा को लेकर मणाई आश्रम आ गए। यहां उनके पहुचते ही आसाराम ने पूछा- यह वही भूत वाली बच्ची है क्या। इसके बाद आसाराम ने कोई
मंत्र पढ़ते हुए छात्रा पर पानी छिड़क कर उसे आराम करने कमरे में भेज दिया। देर रात आसाराम ने माता-पिता को छात्रा का इलाज करने का झांसा देकर अलग कमरे में ले जाकर यौन दुराचार किया।