श्रवणराम ने अभी तक पुत्री चंचल बिश्नोई को लीक प्रश्न पत्र से थानेदार बनवाना कबूला है। पुलिस को अंदेशा है कि उसने कई और अभ्यर्थियों को भी एसआइ व अन्य परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक करके बेचे होंगे।
श्रवणराम बाबल के खिलाफ अनेक मामले दर्ज हैं। श्यामलाल जुड की हत्या करने पर वह जेल में सजा काट रहा था। तब वर्ष 2016 में पेपर लीक गिरोह का सरगना जगदीश बिश्नोई भी जेल में बंद रहा था। इस दौरान दोनों में सम्पर्क हो गया था। श्रवण ने जगदीश से लीक प्रश्न पत्र बेचकर रुपए कमाने के बारे में बात की थी।
पेपर लीक सरगना जगदीश की एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जेल से बाहर आने पर श्रवणराम ने उस जमीन विवाद का निस्तारण करवाया था। इसके बाद दोनों में घनिष्ठता बढ़ गई थी। श्रवण ने पुत्री चंचल का एसआइ भर्ती परीक्षा का आवेदन पत्र भरवाया था। जगदीश ने परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र हासिल कर लिया था। चूंकि उसने जमीन विवाद का निस्तारण करवाया था इसलिए जगदीश ने बगैर रुपए लिए प्रश्न पत्र श्रवण को दिया था। हालांकि एसओजी ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है।