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जोधपुर

पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने सरकार के सिर फोड़ा जसोल हादसे का ठीकरा, कहा बड़ी चूक है यह

इस घटना में अब तक कुल 15 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 60 लोग घायल बताए जा रहे हैं। जिनका उपचार बालोतरा और जोधपुर में जारी है। घायलों और पीडि़त परिवारों से मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री सहित कई जनप्रतिनिधि आकर मिल चुके हैं।

जोधपुरJun 26, 2019 / 03:06 pm

Harshwardhan bhati

Pandal Collapse in Barmer

पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने सरकार के सिर फोड़ा जसोल हादसे का ठीकरा, कहा बड़ी चूक है यह

वीडियो : गौतम उडेलिया/जोधपुर. मैं अभी जसोल से ही आ रही हूं। वहां का दृश्य देख कर साफ लगता है कि यह बड़ी प्रशासनिक और सरकारी चूक है। यहां के इंतजामों के बारे में किसी ने पहले से जानकारी नहीं ली थी। बिजली व्यवस्था देख कर लग रहा है और वहां के पीडि़त परिवारों से बात करने पर भी यही लगा कि सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। इस मामले में जल्द ही जांच रिपोर्ट सामने आनी चाहिए। यदि इसमें देरी होती है तो इसका कोई मतलब नहीं रह जाएगा। यह कहना था पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का। वह बाड़मेर के बालोतरा स्थित जसोल में बीते दिनों हुए हादसे को लेकर पीडि़त परिवारों से मिलने पहुंची थी। पूर्व मुख्यमंत्री मंगलवार देर रात्रि जोधपुर आई थीं। इसके बाद बुधवार सुबह वह घटनास्थल गई थीं। यहां से वे फिर जोधपुर पहुंची और जयपुर के लिए रवाना हो गईं। इस दौरान मीडिया से बातचीत में राजे ने इस घटना का ठीकरा सरकार के सिर फोड़ा।
यह कह गए थे मुख्यमंत्री गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार को एमडीएम अस्पताल गए थे और बाड़मेर के जसोल में हुए हादसे में घायलों की कुशलक्षेम पूछी थी। मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि घटना की जांच के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के कदम उठाए जाएंगे। हादसा बहुत बड़ा है। पुलिसकर्मी व अन्य लोगों ने तुरंत तार डिस्कनेक्ट कर दिए वरना हादसा और बड़ा हो सकता था। सरकार अस्पतालों में भर्ती घायलों को 20-20 हजार रुपए देगी। जबकि पूर्व में 4 से 6 हजार रुपए दिए जाते थे। सभी भर्ती घायल अब खतरे से बाहर हैं। जो कथाएं चलती है, उन्हें बाकायदा परमिशन लेनी चाहिए। टेंट का कार्य भी कथा कराने वाले देख रहे हैं। कथा आयोजकों को चाहिए कि वे टेंट भी पूरा सिक्योर लगाएं।
उल्लेखनीय है कि इस घटना में अब तक कुल 15 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 60 लोग घायल बताए जा रहे हैं। जिनका उपचार बालोतरा और जोधपुर में जारी है। घायलों और पीडि़त परिवारों से मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री सहित कई जनप्रतिनिधि आकर मिल चुके हैं।
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