इस गांव में स्थित हायर सेकेंडरी स्कूल की एक छात्रा को इस स्कूल के एक शिक्षक जो की विज्ञान सहायक है अपने प्रयोगशाला में परीक्षा में अच्छे नंबर दिलाने की बात कहते हुए छेड़छाड़ कर अश्लील हरकत की, जिसके कारण छात्रा स्कूल जाने से डरने लगी वह घर वालों के द्वारा बार-बार पूछने पर उसने पूरी बात अपने परिजनों को बताया। जिसकी शिकायत स्कूल के प्राचार्य से की गई तब ग्राम के कुछ प्रमुख लोगों की समझाइस पर मामला को छिपाने का प्रयास किया गया।
जब उक्त घटना की जानकारी मीडिया तक पहुंची और उसकी प्रतिक्रिया जानने विधालय के प्राचार्य से संपर्क करने का प्रयास किया गया तब भी टालमटोल किया जाता रहा। इस विषय पर जिम्मेदार अधिकारियों से पूछे जाने के पश्चात ही प्रशासन सक्रिय हुआ तब उक्त शिक्षक को निलंबित करने की बात सामने आ रही है। जबकि इस घटना की सूचना पुलिस को भी नहीं दी गई, जिसके द्वारा गुड टच एवं बेड टच तथा चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन की जानकारी के लिए काउंसलिंग की जाती है। छात्रा के परिजनों के मुताबिक घटना को दबाने के उद्देश्य से उनके घर पर विधालय स्टाफ द्वारा दबाव बनाने की बात भी सामने आ रही है । छात्रा भयभीत है सामने उसका भविष्य है परीक्षा भी सर पर है ऐसी स्थिति में उसको हौसले की जरूरत है । प्रश्न यह उठता है कि आखिर छात्राएं किस तरह से अपने आप को सुरक्षित महसूस करें, अगर ऐसी हरकत करने वालों को संरक्षण दिया जाता है तो उनके हौसले बढ़ने लगेंगे तथा इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगा पाना मुश्किल हो जाएगा।
इस घटना को छुपाने का प्रयास करने वाले भी उतने ही दोषी हैं, जितना की घटना को अंजाम देने वाला शिक्षक। अब देखना यह है कि प्रशासन आगे और क्या कार्रवाई कर पाती है। बहरहाल यह मामला जनचर्चा का विषय बना हुआ है।