उन्होंने कहा कि सिकंदरा का उपचुनाव सपा व भाजपा दोनों के लिए चुनौती है।क्योंकि सत्ता में होते हुये भाजपा अपनी सीट बचाने के चक्कर में है तो सपा को अपनी ताकत दिखानी है। नरेश उत्तम ने पूर्व मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव द्वारा इस क्षेत्र में कराये गये विकास कार्यों का बखान करते हुये कहा कि सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र समाजवादी विचारकों की धरती रही है। यहीं से रामस्वरूप वर्मा व चौधरी नरेंद्र सिंह ने नेतृत्व करते हुए क्षेत्र का विकास कराया। अखिलेश सरकार ने पानी की किल्लत देखते हुए अमराहट पंप कैनाल योजना से यमुना के बीहड़ क्षेत्र को सिंचित कर खुशहाल बनाने का प्रयास किया।
क्षेत्र के अमराहट पंप कैनाल के दूसरे चरण के लिए 100 करोड़ का बजट जारी
किया था, लेकिन दुर्भाग्य से सूबे में भाजपा सरकार बनी और बजट रोक दिया
गया, जिससे
काम ठप हो गया है। सपा सरकार की योजनाओं को बंद करने से 55 लाख महिलाओं को मिल रही समाजवादी पेंशन बंद हो गई है। मरीजों की मददगार एम्बुलेंस के लिए डीजल न होना बड़ी समस्या है। क्योकि जब शासन से पैसा नहीं मिलेगा तो एम्बुलेंस में डीजल कहां से आयेगा। सपा सरकार द्वारा कराये गये कार्य एवं सत्तासीन सरकार से त्रस्त जनता इस उपचुनाव में अपने मत से जवाब दे देगी। इस दौरान पूर्व सांसद राकेश सचान, पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया, पूर्व विधायक मुनींद्र शुक्ला ने भी संबोधित करते हुये कार्यकर्ताओं मे जोश भरने का काम किया।