9 तारीख की रात को पूरी परिवार ने जन्मदिवस धूमधाम से मनाने के बाद पूरी छोला पुलाव आदि खाया गया। जिसके बाद मनोज के पुत्र सागर 3 वर्ष की हालत बिगड़ गई। परिजनों ने मनोज को कस्बा के निजी अस्पतालों में इलाज कराया। वहीं 11 सितंबर को हालत ज्यादा खराब होने पर परिजन सागर को लेकर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र झींझक पहुंचे, जहां ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ अनीता ने सागर को मृत घोषित कर दिया। वहीं विषाक्त भोजन खाने से प्रीति देवी, मनोज, राजेश्वरी, चंद्रावती, धीरू, रोहित सहित एक दर्जन लोगो की हालत बिगड़ गयी।
एक ही परिवार के करीब एक दर्जन लोग उल्टी दस्त से पीड़ित हो गए। सभी को ग्रामीणों की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झींझक इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जंहा सभी का इलाज शुरू किया गया। ग्रामवासियों में तरह-तरह की चर्चा हो रही है। खाने में विषाक्त चीज गिरने की भी बात कही जा रही है, लेकिन, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा कि किस कारण इसकी मौत हुई है। पुलिस चौकी इंचार्ज झींझक धर्मेन्द्र मलिक ने बताया कि घटना की जानकारी नही है।