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कानपुर

आतंकी कमरुज्जमा ने उगले नाम, 3 करोबारियों ने की थी फंडिंग

चकेरी से पकड़े गए आतंकी ने एनआईए की पूछताछ में उगले राज, कश्मीर के किश्तवाड जिले के निवासी तीन कारोबारियों ने पैसे के तहत हर सुविधा कराई थीं, जल्द ही हो सकती है उनकी गिरफ्तारी।

कानपुरFeb 20, 2019 / 12:54 pm

Vinod Nigam

three businessmen of kashmir were helping terrorist kamruzzaman

आतंकी कमरुज्जमा ने उगले नाम, 3 करोबारियों ने की थी फंडिंग

कानपुर । पुलवामा आंतकि हमले के बाद कानपुर पुलिस के साथ खूफिया एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। क्योंकि कुछ दिन पहले हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी कमरुज्जमा को यूपी एटीएस की टीम ने चकेरी स्थित एक किराए के घर से पकड़ा था। आतंकी मूलरूप से असम का रहने वाला है और नाम बदल कर अपने दो अन्य साथियों के साथ बड़ा हमला करने की फिराक में था। एनआईए की पूछताछ के दौरान आरोपी ने कश्मीर के तीन कारोबारियो के नाम बताए हैं, जिन्होंने इसकी मदद की थी। कारोबारी किश्तवाड़ के रहने वाले हैं। एनआईए इनकी कुंडली खंगालने के साथ लखनऊ कोर्ट ने तीनों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया गया है।

चकेरी से किया गया था गिरफ्तार
यूपी एटीएस न सितबंर 2018 को चकेरी थानाक्षेत्र स्थित एक मकान से हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी कमरुज्जमा को गिरफ्तार किया था। पकड़ा गया आतंकी आसाम के नौगांव एरिया का रहने वाला है। उसके दो अन्य साथी भी साथ में रहते थे, लेकिन वो पुलिस के हत्थे नहीं लगे। उसका इरादा गणेश चतुर्थी के दौरान हमला करने का था। उसके मोबाइल में कानपुर के कई मंदिरों के वीडियो मिले थे। आंतकी को कश्मीर में ट्रेनिंग मिली थी। कमरुज्जमा के हिजबुल और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों से तार जुड़े होने के तथ्य सामने आए। इसी मामले में कमरुज्जमा को दस दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई थी। जिसके बाद किश्तवाड़ निवासी तीन कारोबारियों के नाम सामने आए।

कारोबारियों ने की थी फंडिग
एनआईए की पूछताछ में आतंकी ने खुलासा किया है कि उसकी मदद किश्तवाड़ के तीन कारोबारियों ने की थी। कमरुज्जमा को असोम से लाने और किश्तवाड़ में उसे दुकान खुलवाने से लेकर रहने की व्यवस्था करने तक में उसकी मदद की थी। कमरुज्जमा तीन माह तक तो किश्तवाड़ में दिखा उसके बाद वह गायब हो गया। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी कानपुर से हुई। इस गायब रहने के छह माह के अंतराल में उसने पाकिस्तान में ट्रेनिंग ली थी। कमरुज्जमा की पाकिस्तान की एजेंसी से इन्हीं कारोबारियों ने भेंट कराई थी। जिसके बाद उसकी ट्रेनिंग, रहने खाने की व्यवस्था कराई गई थी। तीनों कारोबारियों के खिलाफ पुख्ता सबूत सामने आने के बाद एनआईए की तरफ से कोर्ट में एनबीडब्ल्यू के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था। जल्द ही एनआईए तीनों को अरेस्ट कर सकती है।

असम में पसारे पांव
असम के जमुनामुख, होजाई निवासी कमरुज्जमा से जुड़े लोगों व स्थानीय पुलिस के मुताबिक यह कपड़ा व्यवसाय के सिलसिले में कश्मीर गया और दोबारा नहीं लौटा। उसकी मां सेहरा खातून व भाई रेहमुद्दीन ने गुमशुदगी लिखाई थी। इसी तरह इलाके के छह लोगों के लापता होने की बात भी सामने आ रही है। ये भी कश्मीर गए, लेकिन लौटे नहीं। कमरे में रहने वाले दो युवक असम से गायब लोगों में शामिल हैं। कमरुज्जमा और इसके अन्य साथियों के बारे में खूफिया एजेंसियों को एनपुट लखनऊ में भी मिले थे। जिसके बाद कईयों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी।

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