राजनीति गतिविधियों में सक्रिय रहे बुजुर्गों के अनुसार वर्ष 1979 में हुए लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी के लिए जनसभा करने आए थे। वहीं लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री बनी इंदिरा गांधी राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में हिण्डौन में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा संबोधित करने आई थी। उसे दौरान करौली रोड स्थित राजकीय महाविद्यालय में प्रधानमंत्री की दोनों सभाएं हुई थी।
जिसके लिए आए जिता नहीं पाए-
हिण्डौन में यह अनूठा संयोग रहा है कि प्रधानमंत्री जिस प्र्रत्याशी समर्थन में आए उसे पराजय का मुंह देखना पड़ा। बेनीवाल ने बताया कि चौधरी चरणसिंह की सभा के बाद उनकी पार्टी के प्रत्याशी डा.हेमराज परजित हुए और कांग्रेस के रामकुमार मीणा सांसद निर्वाचित हुए। वहीं 1980 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की चुनावी सभा के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी परशुराम राजौरा को हार का मुंह देखना पड़ा था तब जनतापार्टी समर्थित लोकदल के भरोसीलाल लाल जाटव विजयी हुए थे।