ग्रामीण माखन मीना, मोहर सिंह मीना, गोविंद गुप्ता, लाला सहारिया ने बताया कि रोधई निवासी 60 वर्षीय चरवाहा गिर्राज मीना पुत्र रामचरण मीना जंगल में चंबल किनारे पशु चराने गया था। शाम करीब चार-पांच बजे वह पानी पीने चंबल नदी के रोधई घाट पर गया था।
नदी से पानी की बोतल को भरते समय घात लगाकर पानी में बैठे मगरमच्छ ने अचानक हमला कर हाथ को बोतल सहित मुंह में जकड़ लिया। लेकिन चरवाहे ने साहस दिखाते हुए दूसरे हाथ में पकड़ी कुल्हाड़ी से मगरमच्छ पर वार कर करना शुरू कर दिया। इससे मगरमच्छ की पकड़ ढीली पड़ने पर चरवाहे ने हाथ खींच लिया, लेकिन वह बोतल के साथ उसके हाथ के अंगूठे के जबड़े में दबाकर काट ले गया।
चीख सुनकर अन्य चरवाहे मौके पर पहुंचे और घायल का अस्पताल लेकर आए। ग्रामीणों ने बताया कि चंबल नदी किनारे पर आए दिन मगरमच्छ के हमल की घटनाएं होती है। लेकिन प्रशासन ने सुरक्षात्मक इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।