वीकेंड कफ्र्यू के चलते शनिवार को लोग घरों में ही रहे, उपखंड मुख्यालय की सडक़ों पर केवल पुलिस व प्रशासन की टीमें ही नजर आईं। पुलिस व प्रशासन की टीम बाजारों, बस स्टैंड की निगरानी करती रही, ताकि लोग वेवजह आवाजाही न करें। इसके साथ ही नगरपरिषद की टीम वाहनों में लाउड स्पीकर लगाकर लोगों से घरों में ही रहने की अपील करती नजर आई। शहर से गांवों की ओर जाने वाली सडक़ों पर भी पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा। कुछेक निजी वाहन ही आवश्यक कार्य के चलते गुजरते नजर आए। एसडीएम सुरेश कुमार यादव व डीएसपी किशोरी लाल पूरी व्यवस्था पर निगरानी रखे रहे।
शहर के बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन पर ट्रेन और बसों की आवाजाही रही लेकिन यात्रियों की आवक कम रही। बस स्टैण्ड से अधिकांश बसें चंद यात्रियों को लेकर दौड़ती नजर आई। लोक परिवहन सेवा की बसें भी यात्रियों के इंतजार में खड़ी रहीं। बस स्टैंड पर रोज की तरह बसों व यात्रियों का जमवाड़ा नहीं था। बाहर से आई कुछेक बसों में लौटते यात्रियों की भीड़ देखी गई।
चौराहों पर सन्नाटा-
बाजार मेंकहीं-कहीं दूध डेयरियां सुबह के समय खुली जरूर, लेकिन दोपहर में तय समय से पहले वे भी बंद हो गईं। प्रमुख सडक़ों के साथ गली मोहल्लों में भी सन्नाटा रहा। शहर के हृदय स्थल डैम्परोड बाजार में पूरी तरह सन्नाटा रहा। अस्पताल के बाहर भी सन्नाटा पसरा रहा। आम दिनों में भीड़ से अटे रहने वाले जगदंबा मार्केट, डेम्परोड, नीम का बाजार, नई मंडी चौराहा, बयाना मोड़, सर्राफा बाजार पूरी तरह से बंद रहे।