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यहां खेतों में बने बाढ़ से हालात, खाली कराए निचले क्षेत्र, प्रशासन का अलर्ट

यहां खेतों में बने बाढ़ से हालात, खाली कराए निचले क्षेत्र, प्रशासन का अलर्ट

करेलीMay 29, 2019 / 12:08 am

Sanjay Tiwari

mandsaur news

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नरसिंहपुर, गोटेगांव। रानी अबंती बाई सागर परियोजना (बरगी डैम) की बाईं तट मुख्य नहर मंगलवार को किलोमीटर 69 एवं 70 के बीच अचानक फूट गई, जिससे सैकड़ों हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें तबाह हो गईं। नहर फूटने की स्थिति बनने से कुछ समय पहले एक चरवाहे ने नहर के गेटकीपर को आगाह करते हुए पानी बंद कराने को कहा था पर उसने उसकी बात अनसुनी कर दी जिससे यह हालात बने। जानकारी मिलने पर कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। हालात नियंत्रण में हैं पर किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। जिन किसानों के खेतों में मूंग, सब्जी की फसल लगी थी वह पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। जैसे ही मुख्य नहर फूटने की जानकारी स्थानीय अधिकारियों को मिली वह मौके पर पहुंचे और खेत में मकान बना कर रहने वाले, नाले किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट किया। वहीं मुख्य नहर को सनेर पुल के पास से बंद कराया जिससे पांच फुट पानी कम हो गया फिर भी मुख्य नहर से पानी आने का सिलसिला जारी रहा।

कर्मचारी ने कहा फूट जाने दो नहर
जानकारी के अनुसार जब नहर फूटने के हालात बन रहे थे तो लाठगांव निवासी एक चरवाहे ने मुख्य नहर के गेट पर तैनात चौकीदार को फोन लगा कर जानकारी दी थी कि मुख्य नहर फूट रही है अभी ऊपर से नाली जैसा पानी निकल रहा है वह तत्काल नहर का पानी बंद करवाए वरना पूरी नहर फूट जाएगी पर चौकीदार ने उसे झिडक़ते हुए कहा कि फूट जाने दो नहर पानी बंद नहीं करेंगे। प्रत्यक्षदर्शी यूनिस खान ने बताया कि जिस वक्त नहर के ऊपरी हिस्से से पानी निकल रहा था उस समय वह इस पार से उस पार गए थे मगर देखते ही देखते नहर की पार धराशाई हो गई और तेज प्रवाह के साथ मुख्य नहर का पूरा पानी किसानों के खेतों मे पहुंचने लगा।

नदी के बहाव जैसे हालात
इन दिनों मुख्य नहर से नरङ्क्षसहपुर, करेली, गाडरवारा तक पानी पहुंचाया जा रहा था इसके कारण नहर में पानी अपने पूरे प्रवाह के बह रहा था। नहर फूटते ही वहां ऐसे हालात निर्मित हो गए जैसे कोई नदी बह रही हो जहां से नहर फूटी वहां बहुत गहरा गडढा भी निर्मित हो गया है। गांव के लोगों का कहना है कि भले ही सनेर पुल के पास से नहर के गेट बंद कर दिए गए हैं और उसका पानी सनेर नदी में गिरा दिया गया है इसके बाद भी नहर में पानी आना बंद नहीं होगा यह पानी ब़ुधवार शाम तक नहर में आता रहेगा क्योकि गेट पूरी तरह से बंद नहीं होते हंै। जब डैम से पानी बंद किया जाएगा तब नहर पूरी तरह से बंद हो पाएगी।
नहर के फूटने की जानकारी मिलने पर कलेक्टर दीपक सक्सेना, एसपी गुरूकरन ङ्क्षसह मौके पर पहुंचे और उन्होंने जायजा लिया कि यह नहर का पानी कहां तक पहुंचेगा वह नहर के उस हिस्से में भी पहुंचे जहां पर नहर फूटी है। किसानों ने फसल बर्बादी की जानकारी कलेक्टर को दी है। पानी से फसलों को हुए नुकसान का भी जायजा अधिकारियों ने लिया है।

लोगों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता
कलेक्टर ने कहा है कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि लोगों को कोई नुकसान नहीं हो और उन्हें तत्परता से राहत दिलाई जा सके। उन्होंने बताया कि लाठगाँव, सर्रा, टपरिया, तिघरा, छिंदोरी, छोटाछिंदवाड़ा. गोटेगांव शहरी क्षेत्र,रहली, आंखीबाड़ा की ओर बरगी नहर के तटवर्ती निचले इलाकों में पानी का बहाव बढ़ रहा है। इस इलाके के खेतों में पानी भर रहा है और घरों में भी पानी भीतर जा सकता है। बरगी डेम के पानी को रोक दिया गया है और प्रभावित क्षेत्र के बरगी नहर के पानी को सनेर नदी में जाने के लिए डाइवर्ट कर दिया गया है। फिर भी इस इलाके के गांवों में पानी का बहाव आगामी 4 घंटे में और बढ़ सकता है। जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित गांव के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के प्रबंध किए जा रहे हैं। कलेक्टर ने तहसीलदार को प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सतर्क करने के लिए ड्यूटी लगाने और मुनादी कराने के निर्देश दिए हैं।

इनका कहना है
रात 8 बजे तक में मौके पर ही था। नहर से जल प्रवाह नियंत्रित होने में काफी समय लगेगा, रात 2 बजे तक जल प्रवाह सामान्य होने का अनुमान है। नहर फूटने से फसलों को नुकसान हुआ है, नहर प्रभावित क्षेत्र में लोगों को अलर्ट किया गया है। प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रखे है।
दीपक सक्सेना कलेक्टर

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