आधा दर्जन जेलों में बन रहे हैं मॉस्क
प्रदेश की करीब आधा दर्जन जेलों में कैदियों द्वारा मास्क बनाए जा रहे हैं। जिन्हें स्वयं सेवी संगठनों की मदद से आबंटित किया जा रहा है। हरियाणा में मंगलवार से लॉकडाउन शुरू हो चुका है। यह 31 मार्च तक चलेगा। आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है। खाद्य आपूर्ति विभाग तथा ड्रगस नियंत्रक विभाग के दावों के बावजूद कैमिस्टों द्वारा मास्क व सैनेटाइजर मनमाने दामों पर बेचने की खबरें आ रही हैं। ऐसे में हरियाणा के जेलों में हत्या, लूटपाट, दुष्कर्म आदि समेत कई जघन्य अपराधों में सजा काट रहे कैदियों ने मास्क बनाकर समाज की सेवा करनी शुरू कर दी है।
सामाजिक संगठन कच्चा माल दे रहे हैं
हरियाणा के रोहतक स्थित सुनारियां जेल, फरीदाबाद स्थित नीमका जेल, अंबाला स्थित केंद्रीय जेल तथा झज्जर स्थित दुलीना जेल में इन दिनों में हजारों की संख्या में कैदियों द्वारा मास्क तैयार किए जा रहे हैं। उक्त जिलों में कई सामाजिक संगठनों द्वारा कैदियों को कच्चा माल मुहैया करवाया जा रहा है। जिससे वह मास्क बनाकर दे रहे हैं। झज्जर स्थित समर्पण वैलफेयर समिति के अध्यक्ष अमित सिंघल के अनुसार उनकी संस्था के वालंटियर जेल में तैयार होने वाले मास्क लेकर पुलिस के आला अधिकारियों की मदद से उन लोगों को मुहैया करवा रहे हैं जो आपातकाल डयूटी दे रहे हैं।
कैदियों में है मदद का जज्बा
इसके अलावा जरूरतमंद लोगों को भी मास्क मुहैया करवाए जा रहे हैं ताकि इसकी कालाबाजारी न हो। उधर रोहतक के जेल अधीक्षक सुनील सांगवान के अनुसार जेलों में बंद कैदी अथवा हवालाती भी समाज का हिस्सा हैं। इस आपदा की घड़ी में कैदी भी मास्क आदि तैयार करके समाज को यह संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं कि भले ही वह जेल के भीतर हैं लेकिन समाज की मदद का जज्बा उनमें भी कम नहीं है। उन्होंने बताया कि जेलों में तैयार होने वाले मास्क आम लोगों तक पहुंचाने का जिम्मा समाजिक संगठनों का है। प्रदेश की जेलों में लाखों की संख्या में मास्क तैयार हो चुके हैं।