टिड्डी दल के हमले की संभावना से किसान परेशान
प्रदेश सहित जिले के आसपास टिड्डी दल पहुंच चुका है। कटनी में भी टिड्डियों का हमला न हो इसको लेकर पिपरिया सहलावन क्षेत्र के किसान परेशान हैं। किसान मूलचंद काछी, बहादुर सिंह, देवीसिंह, रामसिंह, रमनसिंह, रामनाथ साहू, रामचरण और फगुनीयाबाई सहित अन्य किसानों ने बताया की ज्यादा से ज्यादा किसानों ने इस वर्ष अपने खेतों में उड़द और मूंग की खेती की है, जो की मूंग की फसल में फूल और फल आना शुरू हो गये हैं। पहले तो मौसम की मार और अब इस टिड्डी दल के हमले की आंशका है। प्रभारी कृषि विस्तार अधिकारी ढीमरखेड़ा जीआर हल्दकार ने बताया की इस वर्ष लगभग साढ़े छह सौ हेक्टेयर में मूंग और ढाई सौ हेक्टेयर में उड़द की फसल किसानों द्वारा बोई गई है। टिड्डीदल के हमले की आंशका को देखते हुए प्रचार -प्रसार के माध्यम से किसानों को अलर्ट रहने कहा जा रहा है।
गुबरा के रास्ते जिले की सीमा में पहुंचा टिड्डियों का दल
गुबरा के रास्ते बुधवार को टिड्डियों का दल जिले की सीमा पर पहुंचा। लोग शोर शराबा कर भगाने में जुट गए। इधर टिड्डियों के आने की सूचना लगते ही जिले के अधिकारी भी हरकत में आए। बहोरीबंद कृषि विभाग के एसडीओ आरके चतुर्वेदी कटनी-दमोह जिले की सीमा पर पडऩे वाले गांव पहुंचे। टिड्डियों से होने वाली नुकसान को बचाने और भगाने के लिए तेज ध्वनि करने वाली सामग्रियों और रसायन का इंतजाम करने को कहा। जिससे आते ही उन पर अटैक किया जा सके। कृषि विज्ञान केंद्र कटनी के वैज्ञानिक डॉ. आरपी बेन ने बताया कि बुधवार को टिड्डियों का दल दमोह जिले के ग्राम अभाना, नोहटा, माला बमोरी, जबेरा और गुबरा होते हुए कटनी जिले की सीमा पर पहुंचा। दोपहर को टिड्डियों के आगमन की जानकारी लगते ही अफसर सक्रिय हुए। संभावना वाले गांवों में पहुंचकर खेतों का मुआयना किया। किसानों को भी हमले से हर समय सचेत रहने की समझाइश दी। कृषि विभाग के अधिकारी केएल कोष्टा ने बताया कि टिड्डियों से निपटने के लिए सभी तरह के इंतजाम किए गए है।