यह है ट्रामा सेंटर का स्वरूप
ट्रामा सेंटर ग्राउंड फ्लोर सहित तीन फ्लोर में बना है। ग्राउंड फ्लोर में 5 कमरे डॉक्टरों के लिए, एक वार्ड, दो लेवर रूम, एक नर्स ड्यूटी रूम, एक डॉक्टर ड्यूटी रूम, कोर्ट यार्ड एरिया, टेस्ट रूम बना है। फस्ट फ्लोर में तीन वार्ड, चार डॉक्टर केबिन, एक पैथॉलोनी लैब, एक आई वार्ड, एक आई वार्ड की ओटी, दो लेट-बॉथ, मेजर ओटी, माइनर ओटी, वेटिंग ऐरिया, रैम्प बना हुआ। सेकंड फ्लोर में 6 प्राइवेट कमरे, दो वार्ड, एक स्टोर रूम सहित यहां पर भी शेड बना है।
खास-खास:
– लिफ्ट का अभी भी चल रहा है काम।
– प्राइवेट वार्डों में नहीं है सुविधाएं।
– पांच की जगह दो ही खुलते हैं प्रवेश द्वार।
– अधिकांश वार्डों में शिफ्ट हुआ अस्पताल।
इनका कहना है
ट्रामा सेंटर का निर्माण मेरे कार्यकाल का नहीं है। जिस समय निर्माण हो रहा था उस समय के अधिकारियों को ध्यान देना था। अब ट्रामा सेंटर हमारे अंडर में है। जहां पर कोई गड़बड़ी है उसे ठीक कराया जाएगा।
डॉ. एसके शर्मा, सिविल सर्जन।