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कटनी

25 लाख रुपये खर्च कर बनाई गई टंकी जमींदोज, 12 साल से ग्रामीण पेयजल को परेशान

टंकी का निर्माण कार्य नहीं करा सका लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, अफसरों व ठेकेदार की लापरवाही की दंश झेल रहे ग्रामीण, बहोरीबंद जनपद की ग्राम पंचायत बरतरा का मामला

कटनीSep 24, 2020 / 09:11 am

balmeek pandey

Residents of Shivnath place of origin will no longer have problem of drinking water

Residents of Shivnath place of origin will no longer have problem of drinking water

कटनी/स्लीमनाबाद. बहोरीबंद जनपद अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बरती बरतरा के 3 हजार ग्रामीणों को पीएचई विभाग की लापरवाही का खामियाजा पिछले 12 साल से भुगतने विवश हैं। दोनों गांव के बीच जमींदोज पानी की टंकी आज भी भ्रष्टाचार की उस कहानी का सबूत बना हुआ है, जिस पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अफसर आंख बंद किए हुए हैं। वर्ष 2008 में पेयजल योजना के तहत 24 लाख रुपये की लागत से जो पेयजल टंकी बनाई गई थी। निर्माण कार्य के 1 वर्ष बाद पानी के भार से ढह गई। तब से लेकर आज तक ग्रामीण प्यास बुझाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं। इसके वाबजूद लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के आला अफसर इसकी जिम्मेदारी तय नही कर पाए है। जिससे ग्रामीण पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव पहाड़ी क्षेत्र में बसा है। यहां पानी की विकराल समस्या को देखते हुए पेयजल योजना के तहत 24 लाख रुपये की राशि मंजूर की गई। पीएचई विभाग ने इस कार्य को ठेकेदार के माध्यम से कराया, लेकिन निर्माण कार्य के समय गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया गया। विभागीय अधिकारियों ने ग्रामीणों की बातों को नजर अंदाज कर दिया, जिसका आलम यह हुआ कि आनन फानन में चार पिलर में टंकी का निर्माण करा दिया गया और 1 वर्ष के अंदर ही टंकी जमींदोज हो गई।

पहाड़ी क्षेत्र में बसा है गांव, गर्मी में अधिक परेशानी
ग्राम पंचायत बरतरा-बरतरी के निवासरत ग्रामीणों का कहना है कि टंकी का निर्माण कार्य बहुत जरूरी है। गांव के पहाड़ी क्षेत्र में बसे होने के कारण ग्रीष्मकाल में पानी की विकराल समस्या होती है। दोषियों पर भी कार्रवाई की मांग भी की। 12 वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक विभाग के द्वारा किसी पर भी कोई कारवाई नही की गई। ग्रामीणों ने बताया कि पानी की टंकी ढह जाने के बाद बोर से पानी का सप्लाई घरों में किया जा रहा है, जिससे महज दो दर्जन घरों तक ही पानी पहुंच रहा है। लोगों को निजी जल स्रोतों से प्यास बुझानी पड़ रही है।

इनका कहना है
बहोरीबंद की ग्राम पंचायत बरतरा बरती में पेयजल टंकी गिर चुकी है। यह मामला पुराना है। रही बात टंकी निर्माण की तो जलजीवन मिशन अभियान में शामिल कर टंकी का निर्माण कार्य कराया जाएगा।
इएस बघेल, कार्यपालन यंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग।

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