यह है मामला
10 फरवरी को बहोरीबंद क्षेत्र के ग्राम अमरगढ़ निवासी संगीता लोधी प्रसव पीड़ा पर जिला अस्पताल में भर्ती हुई थी। इस दौरान 12 फरवरी को हालत में सुधार न होने पर जबलपुर रेफर कर दिया गया था। इस दौरान शाहनगर की आशा कार्यकर्ता लक्ष्मी राय और सीमा बेन ने अपने जाल में फंसाया। उन्हें प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने का झांसा दिया और दुस्साहस करते हुए एंबुलेंस से उतारकर प्रसूता को ऑटो तक में बैठा लिया। इसी प्रकार 14 फरवरी को ग्राम अंडिया निवासी सुग्गो बाई कोल को ग्राम घंघरीखर्दु की आशा कार्यकर्ता सीता गौतम द्वारा मेडिकल से 1500 रुपये की बगैर चिकित्सक के लिखे दवाएं दिलवाई गईं। इस लापरवाही पर तीनों को शोकाज जारी किया गया है।
इनका कहना है
जिला अस्पताल में भर्ती प्रसूताओं को आशा कार्यकर्ताओं द्वारा प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने के लिए दबाव बनाए जाने एवं बगैर चिकित्सक की अनुमति व सलाह के दवा दिलाए जाने के मामले में तीन आशा कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया गया है। जवाब उचित न होने पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।
घनश्याम मिश्रा, डीपीएम।