अभी नदी पर कई गंदे नाले मिल रहे हैं, जिसमें पॉलीथिन, थर्माकोल, प्लास्टिक सहित अन्य हानिकारक सामग्री बहकर नदी में जमा हो जाती है। उसे रोकने के लिए भी बड़ा प्रयास किया जा रहा है। बोरियों में मिट्टी भर करके कटाव बनाकर नदी में गंदगी को मिलने से रोका जाएगा, ताकि पानी निर्मल और स्वच्छ बना रहे और सूखे दिनों में भी नदी की धारा चलती रहे, जिससे लोगों को बेहतर स्थान मिले व वाटर लेवल शहर का बढ़े।
इस मौके पर नदी सफाई अभियान में एसडीम, नगर निगम आयुक्त, समाजसेवी, नगर निगम के कार्यपालन यंत्री, इंजीनियर सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारियों के द्वारा खड़े होकर नदी में काम कराया जा रहा है। सुबह से लेकर दोपहर तक व शाम से लेकर देररात तक नदी सफाई के अभियान को अंजाम दिया जा रहा है। नदी पुनर्जीवन के इस महा अभियान में अनुविभागीय अधिकारी प्रदीप मिश्रा, आयुक्त विनोद कुमार शुक्ला, मानव जीवन विकास समिति से निर्भय सिंह, कार्यपालिका मंत्री सुधीर मिश्रा, केपी शर्मा, फायर नियंत्रण अधिकारी अरविंद कुमार प्यासी, प्रभारी सहायक यंत्री सुनील सिंह, उपयंत्री जेपी बघेल, शैलेंद्र प्यासी, मृदुल श्रीवास्तव, तहसीलदार वीके मिश्रा, प्रवीण बजाज, माइनिंग इंस्पेक्टर अशोक मिश्रा, देवी मिश्रा, डब्बू रजक सहित बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही।
इस दौरान घाट के आगे बना स्टॉपडेम के वॉल में मिट्टी का कटाव हो गया था, जहां पर डंपर से फिलिंग कराई गई है। इसके अलावा वहां पर गेट लगाकर पानी को रोकना भी पहल की जाएगी। साथी शहर की सिमरोल, कोहारी नदी पर भी सफाई अभियान चलेगा। साथ-साथ कटनी नदी में भी सफाई का काम शुरू किया गया है।