इस पर टीम ने सवाल किया कि क्या आपको नहीं पता कि बिना गल्फ्स इलाज से मरीजों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। टीम के डॉक्टरों ने कहा अगर आप मरीज का सही इलाज नहीं कर पा रहे हैं तो कम से कम उसे और दूसरी बीमारी के साथ तो वापस मत भेजिए। इधर कायाकल्प टीम के निरीक्षण के दौरान जिला अस्पताल प्रबंधन कमियों को छिपाता नजर आया। माना जा रहा है कि टीम के निरीक्षण के दौरान अस्पताल में फैली अव्यवस्था के बाद नंबर कट सकता है।
कायाकल्प टीम ने आपात कक्ष, औषधि भंडारण कक्ष, एक्सरे रूम, पैथॉलॉजी, महिला वार्ड, जनरल वार्ड सहित अन्य स्थानों का निरीक्षण किया। अस्पताल के निर्माणाधीन भवन का भी जायजा लिया। इधर अव्यवस्था को लेेकर सवाल पर डॉ. यशवंत वर्मा ने अन्य कार्यों में व्यस्त होने की बात कही।