शिक्षकों की चल रही मनमानी, समय पर नहीं पहुंचे रहे स्कूल
हाईस्कूल मरका में पदस्थ ज्यादातर शिक्षक समय पर स्कूल ही नहीं पहुंचे, तो शिक्षा गुणवत्ता की बात भूल ही जाईए। शिक्षकों के समय पर स्कूल नहीं पहुंचने से पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है। ऐसे में छात्र-छात्राओं की भविष्य भी दांव पर लगा हुआ है।
Schools did not arrive on time
कवर्धा. शिक्षा गुणवत्ता के लिए प्रशासन तरह तरह की पहल कर रही है। इसके बाद जिले में शिक्षा व्यवस्था का क्या हाल है इससे हम सभी वाकिफ है। इसका मुख्य कारण कई स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही भी सामने आ रही है, जो समय पर स्कूल नहीं पहुंचते। कुछ इसी तरह का मामला शासकीय हाई स्कूल मरका में सामने आया है।
शासन और प्रशासन भले ही सरकारी स्कूलों के शिक्षा में सुधार की दावे करें, लेकिन धरातल पर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की मनमानी सारे दावों की पोल खोल रही है। हाईस्कूल मरका में पदस्थ ज्यादातर शिक्षक समय पर स्कूल ही नहीं पहुंचे, तो शिक्षा गुणवत्ता की बात भूल ही जाईए। शिक्षकों के समय पर स्कूल नहीं पहुंचने से पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है। ऐसे में छात्र-छात्राओं की भविष्य भी दांव पर लगा हुआ है। स्कूल में शिक्षकों के लगातार अनुपस्थित रहने की शिकायत पर जितेन्द्र कुमार वैष्णव, जनभागीदारी समिति के सदस्य फागूदास वैष्णव, आजूराम यादव सहित अन्य ग्रामीण स्कूल समय पर निरीक्षण पर पहुंचे। वैसे तो हाईस्कूल में १६ शिक्षक पदस्थ है, लेकिन निरीक्षण के दौरान केवल आठ शिक्षक उपस्थित मिले और बाकि के आठ शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचे थे, जबकि उस समय 11 बज चुके थे। इस तरह स्कूल में पदस्थ शिक्षक अपने मनमर्जी से स्कूल पहुंचे रहे, उन पर समय की कोई पाबंदी लागू है। इससे छात्र-छात्राओं के पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। इसे देखते हुए ग्राम पंचायत मरका ने अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का पंचनामा तैयार कर कार्रवाई के लिए केबिनेट मंत्री मो. अकबर से लेकर कलक्टर को भेजी है। वहीं विभाग के उच्चाधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है।
आठ शिक्षक अनुपस्थित
लगातार प्रयास के बावजूद मरका हाइस्कूल की व्यवस्था नहीं सुधर पा रही है। शिक्षकों के अनुपस्थित रहने की सिलसिला लगातार चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल में रोटेशन सिस्टम चल रहा है। एक दिन एक शिक्षक की उपस्थिति होती है, तो दूसरे दिन गायब रहता है। निरीक्षण के दौरान एक नहीं आठ शिक्षक अनुपस्थित रहे, जिसमें स्कूल के प्राचार्य चन्द्रशेखर शर्मा भी शामिल है। निरीक्षण के दौरान राजेश तिवारी, रश्मि शर्मा, प्रगति श्रीवास्तव, लक्ष्मी साहू, अरविंद पाण्डेय, रमेश शाश्वत, विवेक शर्मा अनुपस्थित मिले। इस संबंध में ग्राम पंचायत मरका के सरपंच प्रवीण वैष्णव ने बताया कि स्कूल में शिक्षकों के अनुपस्थित रहने की लगातार शिकायत मिलने पर आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान १६ में केवल ८ शिक्षक ही उपस्थित मिले। इसके बाद पंचनामा तैयार कर कैबिनेट मंत्री मो. अकबर व कलक्टर के नाम प्रेषित किया गया है।
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