अरुण यादव व कमलनाथ गुट के नेताओं में फिर दिखी वर्चस्व की लड़ाई
गांधी भवन में जमावड़ा…मंत्री ने फिर दोहराया- 20-20 लाख के काम वार्डों में हों, कांग्रेसी फिर बोले- एक की ही सुनते हैं मंत्री, आयुक्त के साथ कमरा बंद कर की बात
Arun Yadav and Kamal Nath faction leaders see battle for supremacy
खंडवा. जिला कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन पहुंचे प्रभारी मंत्री के सामने भी कांग्रेसियों की गुटबाजी के बीच वर्चस्व की लड़ाई नजर आई। यहां मंत्री ने निगमायुक्त के साथ बंद कमरे में चर्चा भी की। गांधी भवन पहुंचे मंत्री तुलसी सिलावट ने यहां इंदिरा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण किया। अरुण यादव व कमलनाथ गुट के नेताओं के बीच की दूरियां यहां मंत्री से भी नहीं छिप पाईं। कमलनाथ समर्थक नेता को तो नजरअंदाज भी किया गया। पार्षदों ने कहा कि वार्डों में काम कराने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। तब मंत्री ने निगमायुक्त हिमांशु सिंह से चर्चा कर कहा कि 20-20 लाख रुपए के काम तो वार्डों में होना ही चाहिए। 15 मिनट तक बंद कमरे में चर्चा भी की। शहर कांग्रेस अध्यक्ष इंदल सिंह पंवार, डॉ. मुनीष मिश्रा व अन्य मौजूद थे। इसके बाद मंत्री ने कलेक्ट्रेट में अफसरों की मीटिंग भी ली। प्रभारी मंत्री सिलावट का इस बार दौरा नया जरूर था लेकिन उनके साथ वाहन में बैठने को लेकर नेताओं की मशक्कत की तस्वीर वो ही पुरानी देखने को मिली। इस तस्वीर में मांधाता विधायक पटेल को एडजस्ट होना पड़ा।
सीएम करेंगे जिले के मुद्दों का हल
मंत्री सिलावट ने कहा कि 25 नवंबर को सीएम कमलनाथ के साथ खंडवा के मुद्दों पर मंथन करेंगे। नर्मदा जल योजना का भविष्य, दादाजी धाम निर्माण के विवाद का पटाक्षेप, सड़कों के आरामदायक सफर के लिए फंड की उपलब्धता, शहर के रिंगरोड-बायपास प्रोजेक्ट पर बात सहित ओंकारेश्वर के विकास के खाका पर सीएम के साथ मंथन किया जाएगा। इसमें कलेक्टर सहित जिले के अफसर भी शामिल हो सकते हैं। नर्मदा जल योजना के मुद्दे पर मंत्री ने कहा- ये वर्षों से लंबित केस है। शहर में पेयजल संकट के स्थायी समाधान की पूरी तैयारी कर रहे हैं। कलेक्टे्रट में दो घंटे तक चली मीटिंग में मंत्री ने अधिकांश पुराने मुद्दों पर ही चर्चा की। परियोजना क्रियान्ययन इकाई (पीआइयू) के कार्यपालन यंत्री एस शर्मा जब मीटिंग में कार्यों के बारे में जानकारी दे रहे थे, तब अधूरे कामों की लंबी फेहरिस्त देख मंत्री उखड़ गए। शर्मा से कहा- आपका एजेंडा तय कर अलग से समीक्षा करेंगे। जिले में सात गोशाला स्वीकृत हुई है और इनका काम चल रहा है लेकिन निर्माण कार्य में अनियमितता की शिकायतें आने पर प्रभारी मंत्री ने संज्ञान लेते हुए जिम्मेदारों को सुधार की ताकीद दी है। पंधाना विकासखंड की अधिक शिकायतें आने पर विशेष ध्यान देने की बात कही।
Home / Khandwa / अरुण यादव व कमलनाथ गुट के नेताओं में फिर दिखी वर्चस्व की लड़ाई