खंडवा से जुड़े रेमडेसिविर की कालाबाजारी के तार
हरदा पुलिस के साथ खंडवा पुलिस भी इस मामले में कर रही जांच
ग्लूकोज और नमक मिलाकर नकली कंपनी बना रही थी रेमडेसिविर, MP के इन शहरों समेत देशभर में बेच डाले 1 लाख से ज्यादा इंजेक्शन
खंडवा. रेमडेसिविर की कालाबाजारी में हरदा पुलिस ने बुधवार को एक युवक को पकड़ा है। हरदा पुलिस की पूछताछ में आरोपी द्वारा खंडवा जिले के छनेरा निवासी भाई से इंजेक्शन लेना बताया गया है। रेमडेसिविर की कालाबाजारी के तार खंडवा से जुडऩे पर खंडवा पुलिस भी सतर्क हो गई है। हरदा पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर छनेरा निवासी भाई के बारे में पूछताछ की जा रही है। वहीं, खंडवा पुलिस भी अपने स्तर पर इस मामले में जांच करने में लगी हुई है।
हरदा पुलिस ने बुधवार को कियोस्क सेंटर संचालक अनुराग पिता महेश चंदेल (30) निवासी इंदौर रोड स्थित श्रीरामशरणम कॉलोनी को रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचते रंगे हाथ पकड़ा था। पुलिस ने खुद ग्राहक बनकर 15 हजार में इंजेक्शन का सौदा किया था और आरोपी के खाते में पांच हजार रुपए भी ऑन लाइन ट्रांसफर किए थे। हरदा सिटी कोतवाली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की थी, जिसमें उसने छनेरा निवासी अपने मामा के लड़के से इंजेक्शन लेना बताया था। आरोपी द्वारा पूछताछ में बताया गया था कि वो अब तक चार इंजेक्शन बेच चुका है। ये सभी इंजेक्शन उसके ममेरे भाई ने ही उपलब्ध कराए थे। सूत्रों के मुताबिक हरदा पुलिस ने इस मामले में छनेरा से एक युवक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। वहीं, आरोपी अनुराग को भी एक दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है।
आरोपी अनुराग का ममेरा भाई इंदौर में किसी कंपनी का सेल्समैन बताया जा रहा है। पुलिस अब ये पता लगाने में लगी है कि वो इंजेक्शन कहां से लेकर आया है, एक इंजेक्शन कितने रुपए में खरीदा है, अब तक कितने इंजेक्शन वो लेकर आया है। सबसे बड़ी बात ये है कि आरोपी द्वारा बेचे गए इंजेक्शन असली है या नकली, इसकी भी जांच की जा रही है।