पौधे को वृक्ष बनाने तक की जिम्मेदारी
बृजेश पटेल बताते है, बंजर जमीन पर सिर्फ पौधे लगाना ही लक्ष्य नहीं है उन्हें तीन से चार साल देखभाल कर वृक्ष बनाने की जिम्मेदारी युवाओं पर है। सिरसौद में 2500 पौधों को लगाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। गांव वालों के सहयोग से कई किलोमीटर पाइप डालकर उन्हें पानी दिया गया, पेड़ों को सुरक्षित करने के लिए गांव की महिलाओं से पुरानी साड़ी लेकर बागड़ बनाई जिससे जंगली जानवरों से बचाया जा सके, आज ये पौधे पेड़ बन गए है।
हर साल 2400 पौधे लगाने का लक्ष्य
खंडवा जिले में हर साल 2400 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गांवों के लोगों को जागरूक कर वहां तरु मित्र, तरु पुत्र की टीम बनाकर पौधे रोपे जाएंगे। गायत्री परिवार से जुड़ी बेटियों को संकल्प लेकर पौधों को पालने की जिम्मेदारी दी जा रही है। गायत्री महायज्ञ और गायत्री उपासना के कार्यक्रम में बेटियों को हरसूद के 131 गांव में अभियान चलाकर घर-घर तुलसी और जाम के पौधे लगाने के लिए जिम्मेदारी दी गई है। पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री-गार्ड भी दिए जाएंगे।