मुख्य मार्ग पर हादसे के चलते अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों की मदद से बस और जीप में सवार घायलों को एंबुलेंस और निजी वाहनों से गोगावां और खरगोन के सरकारी अस्पताल भेजा गया। दुर्घटना की सूचना मिलते ही घायल और मृतकों की परिजनों की भीड़ अस्पताल में लग गई। हादसे का पता चलते ही गोगावां पुलिस भी मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद दोनों वाहनों को सड़क से हटाकर मार्ग पर वाहनों की आवाजाही का रास्ता बनाया।
हादसे के चलते घायलों के साथ बस में सवार यात्री बुरी तरह घबरा गए। बस में बेडिया से सवार होकर खरगोन आ रहे दुलीचंद कुंडवे ने बताया कि बस और जीप में टक्कर होने से जोर का धमाका हुआ। यह सुनकर कुछ पल के लिए सभी यात्री डर गए। गाड़ी से नीचे उतरने पर देखा जीप में सवार कई लोग सड़क पर इधर-उधर पड़े थे। इनके शरीर से खून बह रहा था। यह नजारा देख रोंगटे खड़े हो गए।
सनावद-खरगोन मार्ग बने दो सालों में कई हादसे इस रोड पर हो चुके हैं। वाहनों की तेज रफ्तार के कारण सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं हुई हैं। इस रूट पर बसों के अलावा जीप और पिकअप जैसे वाहन सवारियों ढोहने में संचालित हो रहे हैं। ताज्जुब यह है कि यह सभी चार पहिया वाहन खरगोन में गायत्री मंदिर चौराहे से भरकर जाते हैं। इनमें अधिकांश वाहन सवारी से ओवरलोड होकर दौड़ लगाते देखे जा सकते हैं। लेकिन इन्हें रोकने की हिम्मत न तो परिवहन विभाग ने अभी तक दिखाई और ना ही ट्रैफिक पुलिस ने।