सांसद गजेंद्र पटेल ने कहा- स्वच्छता अभियान की शुरुआत महात्मा गांधी ने की थी। 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी टीम सतत इस पर काम कर रहे हैं। परिणाम भी मिले हैं। लोगों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता आईहै। उसी अभियान की अलख अब अब पत्रिका टीम भी जगा रही है। पत्रिका का अमृतम् जलम् अभियान निश्चित तौर पर नदियों व जलस्त्रोतों की सफाईमें मील का पत्थर साबित होगा।
मटमैला नहीं होने देंगे कुंदा का आंचल विधायक रवि जोशी ने कहा- कुंदा नदी शहर की जीवनदायिनी नदी है। इसे मटमैला नहीं होने देंगे। इसके आंचल को नर्मदा के जल से धोएंगे। पत्रिका का अभियान नदी के जल में अमृत घोलने का काम करेगा।
नपा अध्यक्ष विपिन गौर ने कहा- भीषण गर्मी में भी कुंदा का जल लोगों के कंठ तर कर रहा है। हम सबके सामूहिक प्रयासोंं से ही हम नदी पर लगे गंदगी के दाग को मिटाएंगे। चौबीस घंटे पानी बहे ऐसे प्रयास करेंगे।
एसपी सुनील कुमार पांडे्य ने कहा- जल हमें जीवन देता है। जल हैतो कल है। जब प्रकृति हमें जीवन देती है तो हमारा भी फर्ज बनता है कि हम उसकी सुरक्षा करें। सभी के सामूहिक प्रयासों से कुंदा का आंचल साफ-स्वच्छ रहेगा।
लगातार चलाएंगे अभियान, संस्थाओं को भी प्रोत्साहित करेंगे नपा सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने कहा- शहर में सफाई को लेकर नगरपालिका संजिदा है। कुंदा का सफाईअभियान भी लगातार चलाएंगे। इसके लिए सामाजिक संस्थाओं को प्रेरित करेेंगे। पत्रिका का अमृतम् जलम् अभियान इसमें सार्थक भूमिका निभाएगा।
शनिवार को कुंदा तट पर चले सफाईअभियान में भाजपा के सांसद गजेंद्र पटेल व कांग्रेस के जिला प्रभारी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा जब आमने-सामने हुए तो दोनों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पार्टी स्तर की प्रतिस्पर्धा को भुलाकर कुंदा के सफाई अभियान पर चिंतन किया। एक कतार में खड़े होकर एक दूसरे से कहा- हम सबकी एकजुटता से ही नदियों का संरक्षण होगा। इसलिए मिलकर हाथ बढ़ाना।
गणेश मंदिर के सामने कुंदा नदी की हालत सबसे ज्यादा खराब थी। श्रमदान से पहले यहां नदी के अस्तित्व को जलकुंभी ने लगभग खत्म सा कर दिया था। दूर-दूर तक केवल जलकुंभी ही नजर आ रही थी। लेकिन शनिवार को शुुरुआत के पांच घंटों के श्रमदान बाद ही यहां की तस्वीर बदल गई। लोगों ने कहा- पहली बार यहां तलहटी नजर आई।
जिला प्रशासन के सफाई व पत्रिका के अमृतम् जलम् के इस अभियान में गायत्री परिवार, अंबेडकर ग्रुप, मीडिया ग्रुप, मोटी माता ग्रुप, नगरसेवा और होमगार्ड सहित अलग-अलग विभागों के अफसर-कर्मचारियों व शहर की जनता ने सहभागिता निभाई।