मामला खरगोन जिले से करीब 60 किमी. दूर मंडलेश्वर थाना इलाके का है। जहां एक पीपल के पेड़ के नीचे रखे शिवलिंग को पुलिस के द्वारा हटाए जाने के बाद हंगामा हो गया। पहले तो ग्रामीणों ने विरोध किया और फिर सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक राजकुमार मेव व हिंदू संगठन के लोग वहां पर पहुंच गए और धरने पर बैठ गए। विधायक राजकुमार मेव का कहना है कि पुलिस ने जिस शिवलिंग को हटाया है वो करीब 50 साल पुराना है। पुलिस वाले जूते पहनकर शिवलिंग को उठाकर गाड़ी में रखकर भाग गए ये अच्छा नहीं हुआ और ये पुलि को महंगा पड़ेगा। विधायक के धरने पर बैठने का पता चलते ी एसडीओपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और विधायक को समझाने की कोशिश की। शिवलिंग को दोबारा उसी स्थान पर स्थापित किया गया तब कहीं विधायक व हिंदू संगठन का विरोध खत्म हुआ।
बीवी की कॉल रिकॉर्डिंग से खुला बड़ा राज, बच गई पति की जान
वहीं इस पूरे मामले पर SDOP मनोहर सिंह गवली ने बताया कि स्कूल के पास त्रिवेणी वट वृक्ष है, पेड़ के नीचे बने चबूतरे पर अज्ञात लोगों के द्वारा शिवलिंग रखा गया था। जब इस बात की सूचना मिली तो अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के नेतृत्व में सीएमओ और उनकी टीम के द्वारा शिवलिंग को हटाया गया। उन्होंने ये भी कहा कि पहले वहां पर कोई शिवलिंग नहीं था और रात में ही वहां पर शिवलिंग रखा गया था।
देखें वीडियो- शादी में गिरे ओले तो खाने की प्लेट्स छोड़कर भागे लोग