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जानिए, बच्चों को रैशेज आ जाए तो क्या करें

बच्चों के कूल्हे में रैशेज (चकत्ते) पडऩा आम समस्या है। यह स्किन एलर्जी व बैक्टीरियल इन्फेक्शन से होता है। इसे डर्मेटाइटिस कहते हैं।

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जानिए, बच्चों को रैशेज आ जाए तो क्या करें

छोटे बच्चों में रैशेज होना एक प्रकार का संक्रमण है। बच्चों के कूल्हे में रैशेज (चकत्ते) आ जाते हैं।बच्चों की त्वचा ज्यादा नाजुक और संवेदनशील होती है। बच्चे के पेशाब या मल त्याग के बाद अच्छी तरह से नमी को नहीं सुखाने की वजह से भी ऐसा होता है। रैशेज हों तो शिशु चिकित्सक को दिखाएं।

त्वचा को रगड़ें नहीं : रैशेज होने पर टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें। नमी सुखाने के लिए कपड़े से रगड़ें नहीं। कॉटन का प्रयोग करें। डायपर न पहनाएं। इससे रैशेज पडऩे की आशंका काफी ज्यादा रहती है।

नारियल तेल : शिशु के शरीर पर नारियल का तेल लगाने से आराम मिल सकता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं जो रैशेज ठीक करने में मददगार होते हैं।

सावधानी : रैशेस वाली जगह पर गुनगुने पानी से सफाई करें। मोटे सूती कपड़े का प्रयोग न करें। कॉटन से पोछें। साबुन के प्रयोग से भी बचें।

- डॉ. गुरुदत्त राजपुरिया, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ, जेके लोन हॉस्पिटल जयपुर