कटिहार में इस फिल्म का प्रदर्शन इसलिए किया गया, क्योंकि फिल्म के पटकथा लेखक पार्थ मित्रा का जन्मस्थान कटिहार है। स्क्रीनिंग शो के बाद मंत्री विनोद सिंह और भाजपा सचेतक तारकेश्वर प्रसाद ने फिल्म की प्रशंसा की। विनोद सिंह ने कहा कि भाजपा के आदर्श और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बारे में किसी को जानना है तो वे फिल्म 1946 कोलकाता किलिंग अवश्य देखें। तारकेश्वर प्रसाद ने फिल्म के साथ ही पार्थ मित्रा की मेहनत की सराहना की।
उन्होंने कहा कि सभी मानकों में खरी उतरी फिल्म का पश्चिम बंगाल में इसलिए प्रदर्शन नहीं हो पाया है क्यों कि बंगाल सरकार फिल्म का संबंध वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से जोड़ रही है। फिल्म को अगले लोकसभा चुनाव और राजनीति से जोड़ कर देखना सरासर गलत है और फिल्म के साथ अन्याय है।
दोहरी बात कह रही पुलिस
फिल्म निर्माता के अुनसार पुलिस दोहरी बात बोल रही है। एक तरफ पश्चिम बंगाल पुलिस 1946 कोलकाता किलिंग को उत्तर बंगाल के सिनेमा हॉलों में दिखाने से रोक रही है और यह कह रही है कि इस फिल्म दिखाने से माहौल बिगड़ेगा। दूसरी ओर कोर्ट में फिल्म के दिखाने पर रोक लगाने से इनकार कर रही है। पुलिस ने हाई कोर्ट के समक्ष कहा कि पुलिस ने इस फिल्म के दिखाने से नहीं रोक रही है। इसके बाद हाई कोर्ट ने कहा कि यह मामला सिनेमा हॉल मालिकों का है। सिनेमा हॉल मालिकों को मामला करने का निर्देश दिया।