-पिता ने कहा ऐसा ही है नियम
– पूर्व बर्दमान के कटवा का मामला
कोलकाता•Oct 04, 2019 / 02:56 pm•
Vanita Jharkhandi
न जलाया न किया दफन, बच्ची के शव को फेंका कूचरे के ढेर में
कटवा . पूर्व बर्दमान के कटवा अर्जुनडिही गांव के निकट एक कूड़ेदान से सात माह की बच्ची का शव पड़ा मिला। इसके बाद ही इलाके में इसकी चर्चा होने लगी। पुलिस मौके पर पहुंची उसके बाद पता चला कि बच्ची की मौत के बाद न तो उसका दाह संस्कार किया गया और न ही दफनाया गया बल्कि मासूम बच्ची के शव को जीव-जन्तुओं के खाने के लिए कचरे के ढेर में फेंक दिया। सूत्रों के अनुसार बुधवार को पुलिस ने शव को देखने के बाद पता किया तो मालूम पड़ा कि उसकी मौत मंगलवार को हुई थी। उसके बाद उसका पिता शव को कचरे के ढेर में फेंक गया। गोयालपाड़ा का रहने वाला धौल घोष मृतक बच्ची का पिता है। बच्ची पहले से ही बीमार थी। बच्ची का नाम अनुष्का था। जन्म के बाद से ही उससे सांस लेने में समस्या थी। हृदय यंत्र ठीक से काम नहीं कर रहा था। गत एक सप्ताह से बच्ची दुर्गापुर मिशन अस्पताल में भर्ती थी। मंगलवार को उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद ही उसके शव को अच्छी तरह से सजा कर उसके पिता घर से ले तो गए, पर न तो उसका दाह संस्कार किया और न ही दफनाया गया। पुलिस को पूछताछ के दौरान धौला ने बताया कि उनके यहां ऐसा ही नियम है। दो साल के पहले यदि किसी भी बच्चे की मौत होती है तो उसे न ही जलाया जाता है और न ही दफनाने का रिवाज है। उसे कूड़े में फेंक देने का ही नियम है। पुलिस के आगे आने के बाद बुधवार की रात को बच्ची का अग्नि संस्कार किया गया।