स्थानीय प्रशासन से बड़ी चूक
देशभर से श्रद्धालु अपने आराध्य देव के दर्शनार्थ पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि लगता है स्थानीय पुलिस प्रशासन से कहीं न कहीं बड़ी चूक हुई, जिसका खामियाजा भक्तों को भुगतना पड़ा। भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सुरक्षा प्रबंध और कड़े करने की आवश्यकता है। अग्रवाल ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना जल्दबाजी और आपाधापी की वजह से हुई। इसके लिए किसी को दोष नहीं दिया जा सकता। पर श्रद्धालुओं को सजगता और धैर्य रखने की आवश्यकता है जिससे ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।उधर हावड़ा के श्यामभक्त सुरेश भुवालका ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया। भुवालका ने कहा कि कोलकाता से सैकड़ों की संख्या में श्याम भक्त एकादशी पर खाटूश्याम जाते हैं। जैसे ही भगदड़ की खबर मिली यहां के श्याम प्रेमियों में चिंता की लहर छा गई। वे सुबह से शाम तक उनकी कुशलक्षेम जानने को व्याकुल रहे। हालांकि कोलकाता के किसी भी श्यामभक्त को कोई नुकसान नहीं हुआ। सभी सकुशल हैं।
देशभर से श्रद्धालु अपने आराध्य देव के दर्शनार्थ पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि लगता है स्थानीय पुलिस प्रशासन से कहीं न कहीं बड़ी चूक हुई, जिसका खामियाजा भक्तों को भुगतना पड़ा। भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सुरक्षा प्रबंध और कड़े करने की आवश्यकता है। अग्रवाल ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना जल्दबाजी और आपाधापी की वजह से हुई। इसके लिए किसी को दोष नहीं दिया जा सकता। पर श्रद्धालुओं को सजगता और धैर्य रखने की आवश्यकता है जिससे ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।उधर हावड़ा के श्यामभक्त सुरेश भुवालका ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया। भुवालका ने कहा कि कोलकाता से सैकड़ों की संख्या में श्याम भक्त एकादशी पर खाटूश्याम जाते हैं। जैसे ही भगदड़ की खबर मिली यहां के श्याम प्रेमियों में चिंता की लहर छा गई। वे सुबह से शाम तक उनकी कुशलक्षेम जानने को व्याकुल रहे। हालांकि कोलकाता के किसी भी श्यामभक्त को कोई नुकसान नहीं हुआ। सभी सकुशल हैं।