scriptभद्द पिट गई… पहली बार टॉप-10 से कोरबा बाहर, ओवरऑल परिणाम में प्रदेश में 13वां | Korba out of top-10 for the first time, 13th in the state in overall result | Patrika News
कोरबा

भद्द पिट गई… पहली बार टॉप-10 से कोरबा बाहर, ओवरऑल परिणाम में प्रदेश में 13वां

कोरबा. सीजी बोर्ड की मुख्य परीक्षा परिणाम आने के साथ ही जिला शिक्षा विभाग के सारी तैयारियों के दावे की पोल खोल कर रख दी है। पहली बार होगा जब प्रदेश को कोरबा से एक भी परीक्षार्थी टॉप-10 में जगह नहीं बना सके। खुद के स्कूल में परीक्षा देने के बाद भी जिले के कक्षा 10 वीं के 1979और 12वीं के 3675परीक्षार्थी सफल नहीं हो सके। जिले का परीक्षा परिणाम कक्षा हाई स्कूल में 76.33 और हायर सेकंडरी स्कूल में 81 फीसदी बच्चें ही सफल हुए।

कोरबाMay 15, 2022 / 04:59 pm

CHOTELAL YADAV

भद्द पिट गई... पहली बार टॉप-10 से कोरबा बाहर, ओवरऑल परिणाम में प्रदेश में 13वां

भद्द पिट गई… पहली बार टॉप-10 से कोरबा बाहर, ओवरऑल परिणाम में प्रदेश में 13वां

कोरोना महामारी की वजह से दो साल बाद सीजी बोर्ड की ऑफलाइन परीक्षाएं हुई। बोर्ड ने विद्यार्थियों के अध्ययनरत विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। बावजूद इसके हायर सेकंडरी स्कूल की परीक्षा में 18.33 फीसदी और हाई स्कूल में२३.६७ फीसदी विद्यार्थी फेल हो गए। इसमेंं भी द्वितीय श्रेणी में सफल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या अधिक है। इस तरह जिला शिक्षा विभाग के पढ़ई तुंहर द्वार, ऑनलाइन कक्षाएं सहित कार्यक्रमों के दावों की पोल खोल दिया है।
बताया जा रहा है कि जिला शिक्षा विभाग ने मुख्य परीक्षा के पहले बेहतर अंक प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों की विशेष कक्षाएं नहीं लगाई गई। कहीं न कहीं प्रदेश के टॉप-10 सूची में शामिल नहीं होने की वजह से विभाग की कार्यप्रणाली को बताई जा रही है। कोरोना काल के पहले हर साल दो से तीन बच्चे टॉप-१० की सूची में जगह बनाई है।
जिले में कई ऐसे परीक्षार्थी हैं, जिन्होंने टॉप-10 की सूची में जगह बनाने के लिए बेहतर प्रयास किया, लेकिन कुछ अंक और ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्र के स्कूलों में नियमित रूप से ऑनलाइन कक्षाएं और इसकी मॉनिटरिंग नहीं होने की वजह बताई जा रही है।
साल भर ऑनलाइन कक्षा सही तरीके से होने का ढिंढोरा अफसर पीटते रह गए। पाठ्यक्रम पूरा करने से लेकर परीक्षा से पहले तक तैयारियां अधूरी रह गई। यही वजह थी कि हर परीक्षा में परीक्षार्थियों के अनुपस्थिति का रिकार्ड बनता चला गया। इस वजह से इस बार परीक्षा परिणाम में गिरावट आई है।

सिक्यूरिटी गार्ड के पोते ने लहराया परचम एमजीएम के शशांक ने हासिल किए 93% अंक
सीजी बोर्ड के कक्षा 12वीं बोर्ड की मुख्य परीक्षा में शशांक पांडे ने जिले में सबसे अधिक 93 फीसदी अंक हासिल कर परचम लहराया है। वह बालकोनगर स्थित एमजीएम स्कूल का छात्र है। शशांक के पिता धर्मेंद कुमार पांडे की अचानक तबीयत खराब होन से मृत्यु हो गई। मां गुंजन पांडे गृहणी है।

पालन-पोषण का जिम्मा अब दादा शिव बहादुर पांडे पर है। उन्होंने बताया कि शशांक वर्तमान में नीट की परीक्षा देने के लिए इलाहाबाद गया है। इसकी तैयारी में पूरजोर मेहनत कर रहा है। जब जिला टॉपर की सूचना मिली तो परिवार में हर्ष व्याप्त है।

शिक्षक पिता का बेटे ने बढ़ाया मान, जिला टॉपर बने गौरव पांडे, हासिल किया 96.33% अंक
सीजी बार्ड के कक्षा 10वीं की मुख्य परीक्षा में जिले सबसे अधिक गौरव पांडे ने ९६.३३ फीसदी अंक हासिल कर जिला टॉपर बन गया है। सबसे अधिक अंक गणित विषय में 100 फीसदी अंक मिल हैं। गौरव सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सीतामणी के छात्र है। वे पुराना बस स्टैंड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में शिक्षक के पद पर पदस्थ संतोष पांडे का पुत्र है। मां सीमा पांडे गृहणी हैं। गौरव ने बताया कि उनका सपना यूपीएससी की परीक्षा देकर देश की सेवा करना है।

परीक्षा परिणाम में संभाग स्तर पर कोरबा का स्थान दूसरा व प्रदेश में 13 वें स्थान पर
जिला प्रशासन के अनुसार छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 76.33 प्रतिशत परिणाम के साथ कोरबा जिला संभाग में प्रथम व राज्य में 12वें स्थान पर रहा। इसी प्रकार 12वीं बोर्ड की परीक्षा में 81 प्रतिशत परिणाम के साथ कोरबा जिला संभाग में दूसरे स्थान पर तथा राज्य में 13 वें स्थान पर है।

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