शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी और शोरशराबे में दिनभर थककर चूर व्यक्ति अपनी थकान दूर करने एक शांति भरे माहौल की तलाश में रहता है। वैसे तो शहर में कई पार्क और गार्डन हैं, लेकिन भीड़ वाले क्षेत्र से लगा होने के कारण वहां सुकून के पल मुश्किल हैं। अशोक वाटिका ऐसे स्थान पर स्थित है, जहां इस मंशा के अनुरूप वैसे इंतजाम किए जा सकते हैं।
फुड पार्क का काम आधेे में ही रोका
पिछले कई वर्षों से शहर के मध्य स्थित अशोक वाटिका का कायाकल्प करने प्रस्ताव भेजे जाते रहे हैं। जनवरी 2014 में वनमंडल की ओर से वाटिका के जीर्णोद्धार के लिए सर्वसुविधायुक्त फूड पार्क की परिकल्पना तैयार की थी। प्रोजेक्ट के तहत यहां विभिन्न संसाधन व सुविधाएं मुहैया कराते हुए नगरवासियों के लिए पसंदीदा सेंटर विकसित करने योजना बनाई गई थी। इस प्रस्ताव में अशोक वाटिका को फूड जोन का रूप देते हुए प्रवेश द्वार से लेकर पूरे उपवन में कई तरह की सुविधाओं का इंतजाम करना था। पार्क में हर ओर आने-जाने कांक्रीट सड़क, रोशनी की व्यवस्था, फूलों की बाड़ीए, औषधि गार्डन, लॉन व चाइनीज हट जैसे कई बिंदु शामिल किए गए थे।
फैक्ट फाइल
-पार्क अशोक वाटिका
-क्षेत्रफल 16 एकड़
-प्रशिक्षण केन्द्र 2001 में 9 लाख से शुरू अब बंद
-फूड जोन 2014 में 49 लाख का प्रोजेक्ट
-औषधि गार्डन डेढ़ एकड़ में था प्रस्ताव